रामगढ़। जिले के पतरातू प्रखंड अंतर्गत लोआडीह गांव में पत्थर खनन में लगी मे. देवंती प्रोजेक्ट को सस्पेंड कर दिया गया है। जिला खनन पदाधिकारी निशांत सिंह ने यह बड़ी कार्रवाई की है। डीएमओ निशांत सिंह ने बुधवार को बताया कि पत्थर के माइंस में देवंती प्रोजेक्ट के द्वारा भारी अनियमितता बरती गई थी। यह अनियमितता खान निरीक्षक द्वारा किए गए जांच में स्पष्ट हुआ। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है। देवंती प्रोजेक्ट के द्वारा जो कार्य किया जा रहा था, उसमें 12 बिंदुओं पर अनियमितता पाई गई है।
जांच के दौरान पाई गई 12 बिंदुओं पर अनियमितता
डीएमओ ने बताया कि लोआडीह गांव के खाता नंबर तीन प्लाट नंबर 282 रकबा 5.30 एकड़ पर पत्थर खनिज के खनन पट्टा वर्ष 2017 में 10 वर्षों के लिए देवंती प्रोजेक्ट को दिया गया है लेकिन जांच के दौरान वहां भारी गड़बड़ी पाई गई। वहां अनुमोदित खनन योजना के अनुरूप ना तो खनन कार्य हो रहा था, ना ही अवशिष्ट को योजना शर्तों के अनुकूल रखा जा रहा था। पर्यावरण संरक्षण के लिए वहां पौधरोपण भी नहीं हुआ था। साथ ही खदान की गहराई और चौड़ाई अच्छी तरह से नहीं रखी गई थी, जिससे खनिजों की ढुलाई में भी काफी परेशानी हो रही थी।
इसके अलावा बिना फेंसिंग और बेंचिंग किए ही वहां कार्य किया जा रहा था। सबसे बड़ी बात यह थी कि खनन की गहराई 6 मीटर से अधिक होने के बावजूद इसकी सूचना खान सुरक्षा निदेशक को नहीं दी गई थी, जिससे कभी भी वहां दुर्घटना हो सकती थी। इसके अलावा माइनिंग एरिया के चारों तरफ से ना तो घेराबंदी की गई थी और ना ही वहां पर बाउंड्री पिलर लगाया गया था। स्थल पर स्टॉक पंजी भी नहीं था, जिससे वहां खनन कार्य के रिकॉर्ड में गड़बड़ी की संभावना है।
रेलवे लाइन को भी ब्लास्टिंग से हो सकता है नुकसान
डीएमओ ने बताया कि गारलैंड ड्रेनेज गोबियंस का निर्माण भी नहीं किया गया था। मानसून सत्र के दौरान बारिश के पानी को सही तरीके से बाहर निकाला जा सके इसके लिए यह व्यवस्था बेहद आवश्यक है। मीनिंग स्थल पर देवंती प्रोजेक्ट के द्वारा ब्लास्टिंग किया जा रहा था उससे रेलवे को भी क्षति होने की संभावना है। इस माइनिंग एरिया से लगभग 100 मीटर दूर रेलवे लाइन थी लेकिन जांच के दौरान पाया गया कि मीनिंग करते-करते देवंती प्रोजेक्ट 60 मीटर के एरिया को भी अपने मीनिंग क्षेत्र में मिला चुकी है। अब ब्लास्टिंग क्षेत्र से रेलवे लाइन की दूरी मात्र 40 मीटर रह गई है। इसके अलावा देवंती प्रोजेक्ट ने राशि का भुगतान भी नहीं किया था, जिसकी वजह से खनन कार्य तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है। यदि सारी चीजों का निवारण यथाशीघ्र नहीं होता है तो नियमानुसार आगे की कार्रवाई भी होगी।