रांची। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आम्बेकर ने बुधवार को कहा कि अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक में संघ की विभिन्न सांगठनिक कार्य योजनाओं की समीक्षा की जाएगी। आगामी शताब्दी वर्ष में देशभर के सभी मंडलों में कम से कम एक शाखा शुरू करने की कार्य योजना पर भी चर्चा होगी। रांची के सरला बिरला
विश्वविद्यालय परिसर में 12 से 14 जुलाई तक आयोजित इस बैठक में देशभर के 46 प्रांतों के प्रांत प्रचारक, सह प्रांत प्रचारक मौजूद रहेंगे। इसके साथ ही क्षेत्र प्रचारक और अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सभी प्रमुख पदाधिकारी भी उपस्थित रहेंगे।
आम्बेकर ने सरला बिरला विश्वविद्यालय परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि संघ की प्रतिवर्ष तीन महत्वपूर्ण बैठकें होती हैं। इनमें से एक प्रांत प्रचारक बैठक है। प्रांच प्रचारक बैठक में हाल ही में सम्पन्न हुए प्रशिक्षण वर्ग एवं विभिन्न विषयों और उनके क्रियान्वयन सहित संघ के सभी कार्य विभाग के कार्यों पर चर्चा होगी। इसके साथ ही सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत के देशभर में प्रवास के विषय पर चर्चा होगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार एवं प्रदीप जोशी और उत्तर पूर्व क्षेत्र संघचालक देवव्रत पाहन भी मौजूद थे।
अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख आम्बेकर ने बताया कि वर्तमान में देशभर में 73 हजार शाखाएं संचालित की जा रही हैं। आगामी शताब्दी वर्ष में देशभर में सभी मंडल स्तर तक कम से कम एक शाखा हो, इसकी योजना पर कार्य हो रहा है। इसके साथ ही नगरों में बस्ती तक संघ के सेवा कार्य, विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर पहुंचने की योजना बनाई जाएगी। शारीरिक विभाग द्वारा इस वर्ष कई नए खेलों का निर्माण किया गया है जिन्हें शाखा स्तर तक पहुंचाया जाएगा।
आम्बेकर ने बताया कि वर्ष 2025-26 शताब्दी वर्ष है और इन वर्षों में सामाजिक परिवर्तन के पंच उपक्रम को शाखा स्तर और समाज तक पहुंचाने की योजना बनाई जाएगी। शताब्दी वर्ष के कार्य विस्तार की योजना को पूर्ण करने के लिए देशभर में 3000 कार्यकर्ता दो वर्ष का समय शताब्दी विस्तारक के रूप में दे रहे हैं। तीन दिवसीय इस बैठक में समाज की सज्जन शक्ति को अपने साथ जोड़कर समाज परिवर्तन के लिए कैसे मिलकर काम किया जाए, इस पर भी विचार किया जाएगा। इसके साथ ही सामाजिक जीवन के कई और विषयों पर चर्चा होगी।