– आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू ने मेडिकवर हॉस्पिटल में इलाज करा रहे घायलों से मिलकर डॉक्टरों से बात की
– गंभीर रूप से घायलों को 50 लाख और मामूली चोटों वाले लोगों को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान
विशाखापट्टनम। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू गुरुवार को अच्युतापुरम एसईजेड के दुर्घटना पीड़ितों से मुलाकात करने मेडिकवर हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने वहां इलाज करा रहे घायलों से मिलकर डॉक्टरों से बात की। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार उनके उचित इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सभी उपाय करेगी। मुख्यमंत्री ने इस हादसे में 17 लोगों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। उन्होंने गंभीर रूप से घायलों को 50 लाख रुपये और मामूली चोटों वाले लोगों को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया।
सीएम नायडू ने घटना के पीड़ितों को इलाज के दौरान बहादुर बनने की सलाह दी। इसके बाद उन्होंने पीड़ित परिजनों से बात। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अस्पताल के बाहर मीडिया से बात की। उनका कहना कि फार्मा कंपनी में हुई घटना बेहद दुखद और परेशान करने वाली थी। इस हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई और 36 लोग घायल हो गए। उन्होंने कहा कि घायलों में 10 गंभीर रूप से घायल और 26 मामूली रूप से घायल हुए हैं। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि राज्य सरकार सभी पीड़ितों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेंगे। हम उन लोगों के लिए प्लास्टिक सर्जरी भी करवाएंगे और जिन्हें इसकी आवश्यकता होगी।
मुख्यमंत्री ने इस हादसे में 17 लोगों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि राज्य सरकार गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 लाख रुपये और मामूली चोटों वाले लोगों को 25 लाख रुपये का मुआवजा देगी। भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि इससे पहले जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी सरकार के शासन काल में पिछले पांच वर्षों में सारी व्यवस्थाएं नष्ट हो गई हैं। यह दुर्घटना उसी का परिणाम है। सीएम ने कहा कि जांच के आदेश दिए गए हैं।
दूसरी ओर, राज्य मंत्री पल्लू रविंद्र ने कहा कि अच्युतापुरम एसईजेड हादसे में घायल हुए मजदूरों का सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है।उन्होंने कहा कि अनाकापल्ली के उषा प्राइम हॉस्पिटल में 18 लोगों का इलाज चल रहा है। 10 लोगों का इलाज अच्युतपुरम के एक निजी अस्पताल में और 7 लोगों का इलाज विशाखापट्टनम के मेडिकेयर में चल रहा है। राज्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के विशेष प्रधान सचिव कृष्णा बाबू कल देर रात अनाकापल्ली पहुंचे और उषा प्राइम अस्पताल में इलाज करा रहे पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने पीड़ितों को मिल रहे इलाज के बारे में डॉक्टरों से बात की।
इस हादसे में मारे गए 17 लोगों के शव आज सुबह विशाखा केजीएच और अनाकापल्ली सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए लाये गए पहुंचाया गया।इनमें 12 शव विशाखा केजीएच और 5 शव अनाकापल्ली सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित किये गए हैं। अस्पताल प्रबंधन ने कहा है कि शवों को आज शाम तक पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया जायेगा।