नई दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन ने पार्टी के मुख्यालय में सोमवार को अपना पदभार ग्रहण कर लिया।भाजपा मुख्यालय में आयोजित औपचारिक कार्यक्रम के दौरान श्री नबीन ने कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में विधिवत पदभार संभाला। इस अवसर पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें कुर्सी पर बैठाकर शुभकामनाएं दीं और संगठन में उनकी नई जिम्मेदारी के लिए बधाई दी। कार्यक्रम के दौरान आत्मीय संवाद भी देखने को मिला, जिसे पार्टी के भीतर संगठनात्मक मजबूती का संकेत माना जा रहा है। इसके पहले श्री नबीन के दिल्ली आगमन पर सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने उनका जोरदार स्वागत किया। दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता स्वयं वहां मौजूद थीं और उन्होंने नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष को शुभकामनाएं दीं। एयरपोर्ट पर भी पार्टी कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ देखी गई, जो इस नियुक्ति को संगठन के लिए महत्वपूर्ण कदम बता रहे थे। श्री नबीन के स्वागत में दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर दीन दयाल उपाध्याय मार्ग स्थित भाजपा मुख्यालय तक उत्साह और उत्सव का माहौल देखने को मिला। समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों, फूल-मालाओं और नारेबाजी के साथ उनका अभिनंदन किया। जगह-जगह श्री नबीन के स्वागत में बैनर पोस्टर लगे थे। पार्टी मुख्यालय में इस मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता, राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के पदाधिकारी, सांसद, विधायक तथा बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे। दीनदयाल मार्ग स्थित पार्टी मुख्यालय को फूलों और पार्टी झंडों से सजाया गया था। कार्यकर्ताओं में विशेष उत्साह देखने को मिला और “भाजपा जिंदाबाद” तथा “नितिन नबीन आगे बढ़ो” जैसे नारों से पूरा परिसर गूंज उठा। पदभार ग्रहण करने के बाद श्री नबीन ने पार्टी नेतृत्व और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भाजपा एक अनुशासित और विचारधारा आधारित संगठन है और उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे वे पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि संगठन को जमीनी स्तर पर और अधिक मजबूत करना उनकी प्राथमिकता रहेगी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में श्री नबीन की भूमिका संगठनात्मक समन्वय, आगामी चुनावी तैयारियों और राज्यों के साथ बेहतर तालमेल स्थापित करने में अहम मानी जा रही है। आने वाले दिनों में वे विभिन्न प्रदेशों का दौरा कर पार्टी की संगठनात्मक स्थिति की समीक्षा कर सकते हैं और कार्यकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित करेंगे।
