रांची। राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) में रीजनल क्लिनिकल ट्रायल यूनिट खुलने का रास्ता साफ हो गया है। रांची में क्लिनिकल ट्रायल शुरू होने वाला है। रिम्स शासी परिषद की हुई बैठक में मंगलवार को ये फैसला लिया गया। इसमें आईसीएमआर इंटेंट को कमरा आवंटित करने समेत 37 प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई। बैठक में 55वीं, 56वीं और 57वीं बैठक में लिए गए निर्णयों के संपुष्टि भी की गई।
रिम्स शासी परिषद ने बैठक में कहा कि प्रशासनिक भवन के पहले और दूसरे तल्ले पर बड़े-बड़े हॉल का एल्यूमिनियम पार्टीशन कर एक केबिन आईसीएमआर इंटेंट (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के इंडियन क्लिनिकल ट्रायल एंड एजुकेशन नेटवर्क) को आवंटित कर दिया जाये। रिम्स में इग्नू को भी जगह मिल सकेगी। इसके अलावा पीजीडीएचएचएम समेत कई कोर्स की पढ़ाई भी संस्थान में हो सकेगी। शासी परिषद की बैठक में इस पर भी मुहर लग गयी है। बैठक में 60 साल पुरानी बिल्डिंग का जीर्णोद्धार करने और परिसर का कायाकल्प करने पर निर्णय लिया गया। इसके अलावा एमआरआई मशीन की खरीदारी में सिंगल टेंडर के आड़े आने वाली समस्या को दूर कर रिपीट ऑर्डर पर मशीन खरीदने समेत कई प्रस्तावों पर मुहर लगी।
रिम्स शासी परिषद की बैठक स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की अध्यक्षता में हुई। बैठक में परिषद के सदस्य रांची के सांसद सह रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ, कांके के विधायक समरी लाल, रिम्स के निदेशक डॉ राज कुमार, रिनपास के डायरेक्टर, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह, रांची विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर, स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारी शामिल हुए। एम्स के डायरेक्टर इस मीटिंग में ऑनलाइन जुड़े थे।
बैठक के अन्य फैसले
-रिम्स में 783 करोड़ रुपये की लागत से वृद्धिकरण, जीर्णोद्धार और बाउंड्री वॉल का काम होगा।
-एमआरआई की मशीन की खरीदारी जल्द की जाएगी।
-5 प्रोटोकॉल ऑफिसर की होगी नियुक्ति।
-15 करोड़ रुपये की वित्तीय शक्ति स्वास्थ्य मंत्री को दी गई।
-129 अनुबंध दैनिक कर्मियों का होगा नियमितीकरण।
-10 वर्षों से अधिक सेवा देने वाले अनुबंध कर्मियों का रोस्टर के आधार पर होगी स्थाई नियुक्ति।
-दुर्गा पूजा के पहले क्षेत्रीय नेत्र संस्था को शुरू करने पर लगा मुहर।
-20 करोड़ की लागत से 310 के आश्रय गृह के लिए संचालन के लिए होगी निविदा।
-रिम्स के कैंसर विभाग में जल्द शुरू होगी इमरजेंसी की सेवा।