डीईओ को झामुमो नेता ने कार्यालय में घुसकर धमकाया

रामगढ़ : रामगढ़ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का गृह जिला है। यहां झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता अब अधिकारियों को धमकाने का काम कर रहे हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी कुमारी नीलम को उनके कार्यालय में घुसकर धमकाया गया और उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। यहां तक की गोला प्रखंड के प्लस टू उत्क्रमित विद्यालय डिमरा के प्राचार्य और शिक्षकों को भी धमकी दी गई। यह पूरा मामला तब उजागर हुआ जब जिला शिक्षा पदाधिकारी ने रामगढ़ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बुधवार को बताया कि यह सारे अनैतिक कार्य झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता श्रवण कुमार पटेल के जरिये किया गया है। इस मामले में अब कानूनी कार्यवाही आवश्यक है। उनके जरिये विद्यालय के प्राचार्य और शिक्षकों को पहले भी धमकी दी जाती रही है। इसके बाद वे जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में घुसकर सरकारी काम में बाधा पहुंचाने और सरकारी कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार करने जैसी हरकत भी कर चुके हैं।

जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि 28 दिसंबर को गोला प्रखंड के डीमरा गांव निवासी श्रवण कुमार पटेल ने कार्यालय में प्रवेश कर सरकारी कार्य में बाधा डाली और अभद्र व्यवहार किया। साथ ही अभद्र एवं अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया। श्रवण पटेल ने स्वयं को नेता बताते हुए कथित रूप से मंत्री के प्रभाव का प्रयोग करते हुए अधोहस्ताक्षरी एवं कार्यालय कर्मचारियों को धमकाया।

डीईओ ने रामगढ़ थाने में श्रवण कुमार पटेल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। प्राथमिकी में कहा गया है कि श्रवण मुख्यमंत्री के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल कर डीईओ का तबादला किसी कनिष्ठ पद पर करा देंगे या उन्हें कॉलेज प्रिंसिपल के रूप में नियुक्त कर देंगे।

डीईओ ने बताया कि इसी तरह की एक घटना चार सितंबर को भी हुई थी‌। इसमें श्रवण पटेल ने धमकियां दी और कार्यालय परिसर के भीतर अनुचित आचरण किया। साथ ही लिपिक का स्थानांतरण उनके अनुसार करने का दबाव डाला था। ये कोई मंत्री के संबंधी नहीं है ये सिर्फ एक दलाली का काम करते हैं।

श्रवण पटेल की ओर से कहा गया है कि उनके पिता पारा टीचर है उन्हें छुट्टी नहीं दी जा रही है। इस संबंध में डीईओ ने बताया कि यह मेरे कार्य क्षेत्र से बाहर है। यह जिला शिक्षा अधीक्षक के अंदर में आता है। श्रवण ने मध्यान भोजन का भी कंप्लेंट किया हैं। यह भी जिला शिक्षा अधीक्षक के अंदर में आता है। उनके पिता की छुट्टी के बारे में मुझे कोई भी आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है।

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