बेरमो : झारखंड के गोमिया प्रखंड के चतरोचट्टी थाना क्षेत्र में स्थित नरकंडी गांव से एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां पुल निर्माण कार्य में लगे मुंशी झा जी को नक्सलियों ने गुरुवार रात अगवा कर लिया। घटना के 18 घंटे बाद भी पुलिस मुंशी का कोई सुराग नहीं लगा सकी है। इस अपहरण के बाद गोमिया पुलिस ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है, लेकिन अभी तक मुंशी का कोई पता नहीं चला है।
कंस्ट्रक्शन साइट पर नक्सलियों का हमला
सूत्रों के अनुसार, चिपरी और नरकंडी गांव के बीच कोणी नदी पर एक उच्च स्तरीय पुल का निर्माण हो रहा था। गुरुवार रात को हथियारों से लैस नक्सली दस्ते ने मुंशी झा जी का अपहरण कर लिया और उन्हें जंगल की ओर ले गए। इस दौरान मुंशी के साथ मारपीट की गई थी, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि अपहरण का उद्देश्य कुछ और हो सकता है।
बॉडीगार्ड और मजदूरों में दहशत
मुंशी झा जी के साथ काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि गुरुवार को काम खत्म करने के बाद मुंशी उनके साथ थे, लेकिन शुक्रवार को जब वे काम पर पहुंचे तो निर्माण साइट पर पुलिस को देखकर चौंक गए। पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि मुंशी को रात में अपहरण कर लिया गया था। बताया जा रहा है कि मुंशी पुल के पास एक किराए के मकान में रहते थे और उनके अपहरण से निर्माण स्थल के अन्य कर्मचारी भी भयभीत हैं।
पुलिस कार्रवाई और सर्च ऑपरेशन
घटना के बाद गोमिया पुलिस सर्किल इंस्पेक्टर महेश प्रसाद सिंह और चतरोचट्टी थाना प्रभारी दीपक राणा सहित अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अपहृत मुंशी को जल्द ही बरामद कर लिया जाएगा। हालांकि, सर्किल इंस्पेक्टर ने नक्सलियों की ओर से इस घटना को अंजाम देने की बात से इंकार करते हुए कहा कि पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है और घटना की गहराई से पड़ताल की जा रही है।