रांची। मरांडी ने मुख्यमंत्री से तुष्टीकरण की नीति को लेकर सवाल किया और चेतावनी दी कि अगर जल्द ही प्रशासन ने आरोपितों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई नहीं की, तो जनता को मजबूरन आंदोलन करने को बाध्य होना पड़ेगा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर दो अहम मुद्दों को लेकर हमला किया है। पहला मुद्दा रामगढ़ के गोला में हुए सरस्वती पूजा विसर्जन जुलूस पर हिंसक हमले का है। उन्होंने अराेप लगाते हुए बताया कि मंगलवार को रामगढ़ के गोला में सरस्वती पूजा के विसर्जन जुलूस पर एक विशेष समुदाय द्वारा हिंसक हमले में दो श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। ग्रामीण शांतिपूर्वक मां सरस्वती की प्रतिमा विसर्जित करने जा रहे थे लेकिन समुदाय विशेष के लोगों द्वारा रास्ता रोककर जुलूस में जा रहे बच्चों, महिलाओं पर हमला किया गया। हैरानी की बात है कि घटना के वीडियो में दिख रहे आरोपितों की पहचान स्पष्ट होने के बाद भी पुलिस ने किसी भी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं की है।
दूसरा मुद्दा राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता की नियुक्ति को लेकर है। मरांडी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर आराेप लगाया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अवहेलना कर अनुराग गुप्ता को डीजीपी नियुक्त किया है। कदाचार में लिप्त अनुराग गुप्ता यूपीएससी की अनुशंसित सूची में नहीं थे। इसके बावजूद उन्हें डीजीपी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कुछ साल पहले सरस्वती पूजा के विसर्जन जुलूस से खिंचकर रूपेश पांडेय की हत्या कर दी गई थी। क्या इस बार भी आप और आपका पुलिस प्रशासन ऐसे ही किसी निर्दोष की हत्या का इंतजार कर रहा है? आखिर प्रशासन ने समुदाय विशेष के लोगों को उपद्रव मचाने की इतनी ढील क्यों दे रखी है ?