रांची। राष्ट्रपति शनिवार को बीआइटी मेसरा के प्लेटिनम जुबली समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि बीआईटी मेसरा ने 70 वर्षों की यात्रा में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। 1964 में यहां पहला स्पेस और रॉकेटरी डिपार्टमेंट स्थापित हुआ था, जो आज भी तकनीकी विकास में योगदान दे रहा है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की प्रासंगिकता पर जोर देते हुए कहा कि यह भविष्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि विकसित भारत के सपने को साकार करने में नई तकनीक की अहम भूमिका है। वर्तमान युग तकनीक का है और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इसमें महत्वपूर्ण स्थान रखती है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी और ह्यूमैनिटीज एक-दूसरे के पूरक हैं।
इस अवसर पर झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि राष्ट्रपति के आगमन से राज्यवासियों में उत्साह है। उन्होंने बीआईटी मेसरा की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि इस संस्थान ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है और विद्यार्थियों की सोच को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।