पटना : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को दरभंगा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए महागठबंधन पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि “लालू प्रसाद अपने बेटे तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री और सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं, लेकिन न तो मुख्यमंत्री की कुर्सी खाली है, न प्रधानमंत्री की।” शाह ने कहा कि आगामी चुनाव बिहार को ‘जंगलराज’ से मुक्त कराने का अवसर है। उन्होंने महागठबंधन को ‘ठगबंधन’ करार दिया और दावा किया कि इस बार भी एनडीए की जीत निश्चित है। गृह मंत्री ने कहा, “एनडीए में सभी पांच सहयोगी पांडवों की तरह एकजुट हैं। लालू और राहुल बांग्लादेशी घुसपैठियों के रक्षक बन गए हैं, लेकिन भाजपा एक-एक कर सभी घुसपैठियों को बिहार की धरती से निकाल बाहर करेगी।” शाह ने अलीनगर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित सभा में जनता से अपील की कि दरभंगा की सभी 10 सीटें एनडीए के खाते में जाएं। उन्होंने कहा कि “पिछली बार 10 में से 9 सीटें एनडीए को मिली थीं, इस बार सभी 10 जीतनी हैं।” सभा में शाह ने भाजपा प्रत्याशी मैथिली ठाकुर का भी जिक्र किया और कहा कि वे लोकप्रिय कलाकार हैं और जनता उन्हें भारी मतों से जिताएगी। उन्होंने कहा कि “मैथिली भाषा को राजग सरकार ने ही आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया है। मिथिला के पुनौराधाम में माता सीता का भव्य मंदिर निर्माणाधीन है और राम सर्किट से सभी संबंधित स्थलों को जोड़ा जाएगा।” गृह मंत्री ने अनुच्छेद 370 और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर भी विपक्ष पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “मोदी जी ने अनुच्छेद 370 हटाकर कश्मीर को पूरी तरह भारत का हिस्सा बनाया, लेकिन कांग्रेस और राजद ने इसका विरोध किया। हमने आतंकियों को पाकिस्तान के ठिकानों में मार गिराया और पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया। अगर राजद की सरकार आई तो क्या वे पीएफआई के लोगों को जेल में रख पाएंगे? राजग किसी भी कीमत पर उन्हें बाहर नहीं आने देगा।” शाह ने अपने संबोधन में कहा कि दरभंगा में जल्द मेट्रो रेल सेवा शुरू होगी। उन्होंने याद दिलाया कि राजग सरकार ने यहां एयरपोर्ट बनवाया और अब एम्स के निर्माण का कार्य जारी है, जिससे मिथिला क्षेत्र को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी।
