दिल्ली में तय हुआ बिहार का सीट फार्मूला, लेकिन सियासी ड्रामा अभी जारी

पटनाः एनडीए ने सीटों के बंटवारे पर अंतिम मुहर लगा दी है । बिहार के ‘सत्ता का संग्राम’ में एनडीए का सीट बंटवारा दिल्ली दरबार में सुलह हो गया है। बीजेपी और जेडीयू बराबर सीट 101-101 लड़ेगी। चिराग पासवान को 29 सीट मिली है। जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा को 6-6 सीट दी गई है। एनडीए का पाक साफ है सियासत के मुजरे में न बड़े मियां न छोटे मियां होंगे . यह पहली बार होगा कि बिहार के सियासी गणित में जेडीयू और भाजपा विधानसभा में बराबर सीट लड़ेगी। NDA में सीट बंटवारे से जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा नाराज हैं. जिन्हें 6-6 सीटें मिली हैं. मांझी ने इसे अहमियत कम आंकना बताकर खामियाजा भुगतने की चेतावनी दी. वहीं, कुशवाहा ने मन दुखी होने की बात कहते हुए असंतोष जताया. ऐसे में दोनों का मनाना बीजेपी-जेडीयू नेतृत्व के लिए बड़ी चुनौती है. सीट बंटवारे के बाद जीतन राम मांझी ने पहले तो ‘संतुष्टि’ जताई, लेकिन तुरंत बाद उनके तेवर तीखे हो गए. उन्होंने कहा कि आलाकमान का फैसला स्वीकार है, लेकिन “हमें सिर्फ 6 सीट देकर उन्होंने हमारी अहमियत कम आंकी है. इसकी खामियाजा NDA को भुगतनी पड़ सकती है. वहीं दूसरी ओर महागठबंधन के भीतर अब भी जिच बरकरार है। आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर अंतिम सहमति नहीं बन पाई है। इसी बीच वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी की नाराजगी के भी कयास लगाए जा रहे हैं। रविवार को दिल्ली रवाना होने से पहले पटना एयरपोर्ट पर सहनी ने तंज भरे लहजे में कहा-महागठबंधन थोड़ा अस्वस्थ हुआ है। अब हम दिल्ली जा रहे हैं क्योंकि सारे डॉक्टर वहीं हैं। उम्मीद है, बेहतर इलाज के बाद हम सब फिर पटना लौटेंगे-। एक बात तो तय है की गठबंधन- महागठबंधन की अंदरूनी खींचतान पर सीधा इशारा माना जा रहा है। उधर, कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने भरोसा जताया कि “गठबंधन में सीट शेयरिंग सोमवार तक फाइनल हो जाएगी।” । राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ लगातार मीटिंग हो रही है , जिसमें “आमतौर” सीटों पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। फिलहाल, NDA के लिए चुनौती सिर्फ सीट बंटवारा नहीं, बल्कि गठबंधन के भीतर ‘मनभेद’ को दूर कर एकजुटता बनाए रखना है.

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