भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में कबूला, मुफ्त शिक्षा और इलाज बंद करेंगे : केजरीवाल

नई दिल्ली :आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा के संकल्प पत्र पर तीखा हमला बोला है। उन्होने कहा कि भाजपा ने जारी किए गए अपने दो संकल्प पत्रों में क़बूल किया है और सीधे एलान कर दिया है कि वे दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक बंद कर देंगे और सरकारी स्कूलों में मिलने वाली फ्री शिक्षा बंद कर देंगे। मैंने तो पहले ही कहा था कि भाजपा दिल्ली का चुनाव केवल और केवल दिल्ली में लोगों को मिलने वाली सभी योजनाओं को बंद करने के लिए लड़ रही है। इन्होंने अब कबूल कर लिया कि वे फ्री शिक्षा और फ्री इलाज (दवाईयां, टेस्ट और सर्जरी) बंद कर देंगे। लेकिन देख लेना कि ये लोग अन्य योजनाएं जैसे फ्री बिजली, पानी और महिलाओं की फ्री बस यात्रा भी बंद कर देंगे।

उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने वादे के मुताबिक दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आज संकल्प पत्र भाग-2 जारी किया। इसमें जरूरतमंद छात्रों को केजी से पीजी तक की शिक्षा मुफ्त देने का वादा किया गया है। साथ ही युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 15 हजार रुपये की वित्तीय सहायता देने की भी घोषणा की गयी है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने यह संकल्प पत्र जारी किया।

केजरीवाल ने मंगलवार को पार्टी कार्यालय में प्रेसवार्ता कर कहा कि आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 18 लाख बच्चे पढ़ रहे है और सबकी शिक्षा मुफ्त है। आज इन्होंने घोषणा कर दी है कि दिल्ली में मुफ्त शिक्षा बंद कर दी जाएगी। इससे पहले इन्होंने घोषणा की थी कि दिल्ली में मुफ्त इलाज बंद कर दिया जाएगा। मैं दिल्ली के लोगों को चेतावनी देना चाहता हूं कि यह बहुत खतरनाक पार्टी है। इसलिए गलती से भी इनको वोट मत दे देना। वरना आपके घर का बजट ऐसा गड़बड़ाएगा कि आप दिल्ली में रहने लायक नहीं बचोगे।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज दिल्ली में अगर एक बच्चे को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ा लो तो उस पर पांच हजार रुपए महीने का खर्चा आता है। अगर आपके दो बच्चे हैं तो उनको पढ़ाने में हर महीने 10 हजार रुपए खर्चा बढ़ जाएगा।

आज दिल्ली के लोगों के बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे हैं। सबको शानदार शिक्षा मिल रही है। लेकिन दिल्ली के लोग अगर गलत जगह वोट दे दिए तो आपको 10 हजार रुपए अतिरिक्त अपने बच्चों पर खर्च करना पड़ेगा।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में लोग मोहल्ला क्लीनिक में जाकर मुफ्त इलाज कराते हैं। अगर प्राइवेट डॉक्टर के पास जाएं तो उसकी 600-700 रुपये फीस ही होगी। साधारण सी बीमारी में भी एक बार डॉक्टर के पास जाने पर 2 हजार रुपए खर्च हो जाते हैं। अगर मोहल्ला क्लीनिक और अस्पतालों में मुफ्त इलाज बंद कर दिया गया तो कम से कम 5-7 हजार रुपये इसका खर्चा बढ़ जाएगा। ये लोग खुद कह रहे हैं कि मुफ्त इलाज और शिक्षा बंद कर देंगे और आपका हर महीने 15 हजार रुपए अतिरिक्त खर्चा आएगा। मुझे बेहद खुशी है कि भाजपा ने ईमानदारी से अपने खतरनाक मंसूबों को दिल्ली की जनता के सामने कबूल कर लिया है। अब कुछ कहने के लिए बचा नहीं है।

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