RANCHI : रांची में प्रस्तावित स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की योजना को धरातल पर उतारने को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी के खुलने से राज्य के खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय- तरराष्ट्रीय मंच पर आगे बढ़ाने के लिए बेहतर प्लेटफार्म उपलब्ध होगा। बैठक के दौरान उन्होंने रांची के खेलगांव स्थित सभी स्टेडियमों की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली।मुख्यमंत्री ने कहा कि मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स ने झारखंड को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान दिलाई है। देश में बहुत कम ही ऐसे स्पोर्ट्स सेंटर हैं, जहां अलग-अलग खेलों के स्टेडियम एक ही परिसर में मौजूद हैं। यहां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताएं लगातार आयोजित होती आ रही हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि स्टेडियमों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित रखना आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में सालभर कोई न कोई खेल प्रतियोगिता आयोजित होती रहती है और खिलाड़ियों के नियमित प्रशिक्षण की भी व्यवस्था है। इसलिए स्टेडियमों में मौजूद सभी खामियों को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाए और खेल आयोजनों के लिए आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि अपग्रेडेशन में अंतरराष्ट्रीय खेल मानकों के अनुरूप आधुनिक तकनीक और तरीकों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए और इसके लिए विभिन्न विशेषज्ञ एजेंसियों का सहयोग लिया जाए। बैठक में खेल मंत्री सुदिव्य कुमार, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, सचिव मनोज कुमार, सचिव अरवा राजकमल, खेल निदेशक शेखर जमुआर, झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम के अभियंता प्रमुख संजय कुजूर, महाप्रबंधक अविनाश कुमार दीपक, सीसीएल के सीएमडी एनके सिंह, निदेशक एचएन मिश्रा, जेएसएसपीएस के सीईओ एनके झा और मास एंड वॉइड एजेंसी के ग्रुप हेड प्रणव कुमार उपस्थित थे।