रांची : रांची विश्वविद्यालय परिसर इन दिनों स्नातक और स्नातकोत्तर की बैकलॉग डिग्री निकालने के लिए विद्यार्थियों से खचाखच भरा हुआ है। रोजाना सैकड़ों छात्र कार्यालय पहुंच रहे हैं, क्योंकि झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं में मूल प्रमाणपत्र जमा करना अनिवार्य है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुछ महीने पहले डिग्री वितरण और चालान भुगतान की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन करने का वादा किया था, लेकिन यह अब तक केवल कागजों में ही सिमटी है। ठोस पहल न होने के कारण छात्र घंटों कतार में खड़े रह रहे हैं। छात्र शिकायत कर रहे हैं कि चालान भुगतान के लिए बैंक लाइन, विश्वविद्यालय काउंटर और प्रमाणपत्र लेने में दो से तीन हफ्ते लग जाते हैं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रविवार को भी कई कर्मचारी कार्यालय में मौजूद रहे और आवेदन निपटाने में जुटे रहे। इसके बावजूद काउंटर पर भीड़ और धक्का-मुक्की की स्थिति बनी रही। रांची विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू सुदेश कुमार साहू ने कहा, “अचानक डिग्री की मांग बढ़ने के कारण काम का दबाव बहुत अधिक है। हम कोशिश कर रहे हैं कि सभी छात्रों को शीघ्र प्रमाणपत्र उपलब्ध कराया जाए। विश्वविद्यालय ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू करने की दिशा में काम कर रही है।