धर्मस्थल लुगुबुरु-मरांगबुरु को बेहतर पर्यटन स्थल के रूप में जल्द से जल्द विकसित करें : चम्पाई सोरेन

मुख्यमंत्री ने पर्यटन, कला-संस्कृति, खेल-कूद एवं युवा कार्य विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा की

रांची। मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने मंगलवार को झारखंड मंत्रालय में अधिकारियों की उपस्थिति में पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के अद्यतन कार्य प्रगति की उच्चस्तरीय समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में प्राकृतिक सौन्दर्यता बेमिसाल है। यहां विभिन्न समुदायों के कई अहम धार्मिक स्थल तथा अलग-अलग कला-संस्कृति का एक अनोखा मिश्रण है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आदिवासी धर्मावलंबियों के आस्था एवं विश्वास का धर्मस्थल लुगुबुरु तथा मरांगबुरु को एक बेहतर पर्यटन स्थल के रूप में जल्द से जल्द विकसित किया जाए। पर्यटन विभाग के पदाधिकारी जल्द से जल्द इस निमित्त एक बेहतर डीपीआर तैयार कर आगे की कार्रवाई प्रारंभ करें।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पहाड़ी मंदिर परिसर रांची का सम्पूर्ण विकास जरूरी है। पहाड़ी मंदिर आस्था और विश्वास का एक बड़ा धर्मस्थल है। राज्य सरकार द्वारा पहाड़ी मंदिर में रोप-वे बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया था। इसके लिए फीजिबिलिटी वेरीफिकेशन भी हुई थी। पदाधिकारी फीजिबिलिटी रिपोर्ट जल्द मंगाकर आगे की कार्रवाई प्रारंभ करें। पहाड़ी मंदिर के विकास के लिए जो भी रोड में तैयार किया गया है, उस पर जल्द से जल्द कार्य प्रारंभ करना सुनिश्चित करें।

धार्मिक, आध्यात्मिक सहित विभिन्न पर्यटन के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के पर्यटन तथा धार्मिक स्थलों को विश्व के मानचित्र पर लाने के लिए हमें क्या कार्य करने की जरूरत है इस पर एक बेहतर कार्य योजना बनाते हुए आगे बढ़ना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में धार्मिक, आध्यात्मिक सहित विभिन्न पर्यटन के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। इन बहुआयामी पर्यटन संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए इनका विकास होना बहुत ही आवश्यक है। राज्य सरकार का प्रयास है कि झारखंड भ्रमण पर जो भी पर्यटक आते हैं वे यहां से एक बेहतर अनुभव लेकर अपने घर वापस जाएं ताकि पर्यटन के क्षेत्र में देश और दुनिया में झारखंड की अलग पहचान बन सके।

बैठक में मुख्यमंत्री ने पदाधिकारियों से कहा कि रामगढ़ जिला स्थित रजरप्पा एक बेहतरीन धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित की जा सके इस निमित्त जल्द से जल्द डीपीआर तैयार करें तथा रजरप्पा में क्या नया किया जा सकता है उस पर भी पदाधिकारी कार्य योजना बनाएं।

हुंडरू फॉल के रिनोवेशन तथा गेस्ट हाउस निर्माण कार्य में तेजी लाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि हुंडरू फॉल के रिनोवेशन तथा वहां के गेस्ट हाउस निर्माण कार्य में तेजी लाएं। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा चिन्हित वैसे सभी पर्यटन स्थल जिसे विकसित किया जाना है, उन स्थलों की कार्य प्रगति में शिथिलता न बरतें, बल्कि तेज गति से कार्य करते हुए सभी काम ससमय सम्पन्न करें। राज्य के पर्यटन तथा धार्मिक स्थलों को विकसित करने में यदि जरूरत पड़े तो दूसरे राज्यों के टूरिज्म प्लेस का स्टडी करें। राज्य के सभी चिन्हित पर्यटन स्थल विकसित होंगे तभी राज्य का सांस्कृतिक गौरव बढ़ेगा और अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।

राज्य के सरना धर्म स्थलों को भी प्रतिबद्धता के साथ विकसित करें

बैठक में मुख्यमंत्री ने राज्य के सरना धर्म स्थलों के विकास पर भी बल दिया। उन्होंने सेरेंगदाघाटी (कोल्हान) को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत आदिवासी धर्मावलंबियों को सरना स्थल का परिभ्रमण कराना भी सुनिश्चित किया जाए। भोगनाडीह स्थित सिदो कान्हू प्रतिमा स्थल तथा उलिहातू शहीद स्थल को प्राथमिकता के साथ डेवलप करें। यह सभी स्थल झारखंड के महत्वपूर्ण विरासत हैं। इन स्थलों को संरक्षित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।

सिदो कान्हू युवा खेल क्लब के गठन तथा रजिस्ट्रेशन कार्य में तेजी लाएं

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सिदो कान्हू युवा खेल क्लब के गठन तथा रजिस्ट्रेशन कार्य में तेजी लाएं। पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि राज्य में अभी तक 27 हजार 248 सिदो कान्हू युवा खेल क्लब का गठन किया जा चुका है, जिसमें 11 हजार से अधिक क्लबों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। अब कोऑपरेटिव के माध्यम से भी रजिस्ट्रेशन कार्य किया जाएगा, जिससे कार्य में तेजी लाई जा सकेगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि सिदो कान्हू युवा खेल क्लब के गठन तथा निबंधन कार्य को सरल बनाते हुए निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्य से आगे बढ़ने की आवश्यकता है।

हर हाल में खेलगांव का हो मेंटेनेंस

मुख्यमंत्री ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि रांची स्थित खेलगांव का मेंटेनेंस हर हाल में सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि जिस उद्देश्य से खेलगांव का निर्माण किया गया था, उस उद्देश्य को पूरा करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। विभिन्न खेल प्रतियोगिता का आयोजन खेलगांव में आयोजित होती रहे, यह सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने आदित्यपुर-1, फुटबॉल मैदान, रामचंद्रपुर फुटबॉल मैदान तथा आदित्यपुर-2, प्रगति मैदान के निर्माण कार्य को शीघ्र प्रारंभ करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के समक्ष अधिकारियों ने राज्य में खेलकूद की कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान आवासीय क्रीडा प्रशिक्षण केंद्र, डे-बोर्डिंग क्रीडा प्रशिक्षण केंद्र, सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस का संचालन, विभिन्न खेल विधाओं के लिए हाई परफॉर्मिंग सेंटर का अधिष्ठापन तथा चालू वित्तीय वर्ष में ली जाने वाली महत्वपूर्ण खेल योजनाओं सहित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में पदाधिकारियों को कई अहम दिशा-निर्देश भी दिए।बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के सचिव मनोज कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अरवा राजकमल, खेल निदेशक सुशांत गौरव, पर्यटन निदेशक अंजलि यादव सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

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