देवघर : देवीपुर प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कुमार अभय प्रसाद ने रविवार को कहा है कि फाइलेरिया की दवाओं का कोई साइड इफेक्ट् नहीं होता है। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत चलाये गए मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान के दौरान जानकारी मिली थी। 28 फरवरी को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय पहरीडीह की कुछ छात्राओं को इसकी दवा खाने से पेट दर्द और उल्टी हुईं। उन्होंने बताया कि यह स्कूल देवीपुर स्वास्थ्य उपकेंद्र जसियाडीह के अंतर्गत आता है।
डॉ प्रसाद ने बताया कि फाइलेरिया रोधी दवाएं पूरी तरह सुरक्षित होती हैं और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्यूस्व एचओ) की ओर से प्रमाणित हैं। यह दवा शरीर में पनप रहे फाइलेरिया संक्रमण को समाप्त करने के लिए खिलाई जाती हैं। जिन व्यक्तियों के शरीर में पहले से फाइलेरिया परजीवी मौजूद होते हैं, उनमें कभी-कभी दवा लेने के बाद कुछ प्रतिक्रियाएं हल्का सिरदर्द, मतली, थकान, खुजली, चकत्ते या शरीर में मामूली असहजता देखी जा सकती है। लेकिन यह कोई दुष्प्रभाव नहीं, बल्कि एक शुभ संकेत है कि दवा प्रभावी रूप से परजीवी को नष्ट कर रही है।
उन्होंने बताया कि यदि ऐसे लक्षण कस्तूरबा की छात्राओं में पाया गया तो इससे स्पष्ट होता है कि कुछ छात्राओं में फाइलेरिया का संक्रमण था जिनको कि फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन के बाद मामूली प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिला।