रांची : समावेशी शिक्षा के अंतर्गत संचालित विकलांग व्यक्तियों को सहायक उपकरणों की खरीद, फिटिंग के लिए सहायता योजना (एडीआईपी योजना) के तहत वित्तवर्ष 2024-25 के लिए राज्य के सभी प्रखंडों में 18 वर्ष तक के दिव्यांग बच्चों के लिए निःशुल्क स्वास्थ जांच एवं सहायक उपकरण वितरण कैंप का 10 जून से 05 सितंबर तक आयोजन किया जाएगा।
राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक आदित्य रंजन ने बताया कि झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को), भुवनेश्वर के सहयोग से सभी प्रखंडों में विभिन्न तिथियों में दिव्यांग बच्चों के लिए जांच शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए एलिम्को की पांच टीमें राज्य के सभी प्रखंडों में कार्य करेंगी। प्रत्येक टीम में विभिन्न श्रेणियों के विशेषज्ञ शामिल होंगे एवं निर्धारित तिथियों में प्रखंडों में आयोजित होने वाले जांच शिविरों में भाग लेंगे।
जांच शिविरों के आयोजन से पूर्व जिला एवं प्रखंड द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि शिविर में प्रखंड के सभी दिव्यांग बच्चे जिन्हें उपर्युक्त सहायक उपकरणों की आवश्यकता है, भाग ले सकें, ताकि इन शिविरों का लाभ अधिक से अधिक जरूरतमंद बच्चों को मिल सके। जिला एवं प्रखंडस्तरीय कर्मियों की यह जवाबदेही होगी कि गृह आधारित शिक्षण प्राप्त कर रहे दिव्यांग बच्चों को भी इस जांच शिविर के क्रम में आवशयक सहायक सामग्री उपलब्ध हो सके। जांच/वितरण शिविर पूर्वाह्न 09 बजे से शाम 05 बजे तक लगाया जाएगा।
12 वर्ष तक के दिव्यांग बच्चे दोबारा पा सकते है सहायक उपकरण
निःशुल्क स्वास्थ जांच एवं सहायक उपकरण वितरण शिविरों में 12 वर्ष तक के ऐसे दिव्यांग बच्चे जिन्हें पिछले साल भी सहायक उपकरण मिले थे अथवा उनकी जांच हुई थी, वे दोबारा सहायक उपकरण पाने के योग्य हैं अथवा इस वर्ष वे पुनः निःशुल्क जांच का लाभ ले सकते हैं। मगर पुनः सहायक सामग्री वितरण का लाभ केवल 12 तक के दिव्यांग बच्चों को ही मिलेगा।
पदाधिकारियों को दिया गया टास्क, दिव्यांग बच्चों को कैंप तक लाने की जिम्मेदारी
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य जांच अथवा सहायक उपकरण वितरण शिविरों की मॉनिटरिंग के लिए प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, रिसोर्स शिक्षक, थेरेपिस्ट, बीआरपी, सीआरपी तथा चिन्हित दिव्यांग बच्चों के पोषक क्षेत्र के विद्यालयों के शिक्षकों, प्रधान शिक्षक, ग्राम शिक्षा समिति के ऊपर जरूरतमंद बच्चों को चिह्नित कर उन्हें शिविरों तक लाने की जिम्मेदारी दी गई है। बच्चों को कैंप तक आने में साहूलियत हो, इसके लिए पदाधिकारियों द्वारा आवश्यकतानुसार वाहन की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी। प्रत्येक कैंप में उस क्षेत्र के सभी दिव्यांग बच्चे उपस्थित हो, यह सुनिश्चित कराना होगा। दिव्यांग बच्चों को कैंप तक लाने और ले जाने के लिए शिक्षक और सीआरपी की जिम्मेदारी तय की गई है। कैंप में बच्चों के लिए भोजन एवं पेयजल की भी पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी।
शिविरों में शामिल होने वाले बच्चों को साथ लाना होगा निम्नलिखित दस्तावेज
कैंप में आने वाले बच्चो को अपने साथ दो प्रति फोटोग्राफ, दिव्यांगता प्रमाण पत्र की छाया प्रति, बच्चा अथवा उसके माता पिता का आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र अथवा दिव्यांगता छात्रवृत्ति प्रमाण पत्र लाना होगा। यदि किसी बच्चे के पास आय प्रमाण पत्र ना हो तो संबंधित ग्राम प्रधान/मुखिया से प्रमाण पत्र प्राप्त किया जा सकता है। दिव्यांगता प्रमाण पत्र उपलब्ध ना होने की स्थित में विद्यालय के प्रधान शिक्षक, समग्र शिक्षा अभियान के अधिकृत पदाधिकारी, एलिम्को के प्रतिनिधि तथा सरकारी चिकित्सा पदाधिकारी के संयुक्त हस्ताक्षर से बच्चे को दिव्यांगता प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाएगा। कैंप स्थल में काउच बेड एवं व्हील चेयर की व्यवस्था होगी। इस कैंप में श्रवण बाधित बच्चों के लिए ऑडियो मीटर समेत जरूरी सामग्रियों की व्यवस्था सुनिश्चित की
जिलावार जांच-वितरण शिविरों के तिथियों की जानकारी (कैंप कब से कब तक)
खूंटी – 10 जून से 15 जून तक
रामगढ़ – 18 जून से 24 जून तक
सिमडेगा – 10 जून से 21 जून तक
लातेहार/गोड्डा/धनबाद – 10 जून से 20 जून तक
पूर्वी सिंघभूम – 8 जुलाई से 20 जुलाई
पश्चिमी सिंघभूम – 22 जुलाई से 12 अगस्त
गिरिडीह – 5 जुलाई से 20 जुलाई
सरायकेला खरसांवा – 26 जून से 5 जुलाई
गुमला – 24 जून से 6 जुलाई
रांची – 18 जुलाई से 8 अगस्त
गढ़वा – 18 जुलाई से 10 अगस्त
कोडरमा – 12 अगस्त से 20 अगस्त
चतरा – 22 अगस्त से 5 सितंबर
देवघर – २२ जून से ३ जुलाई
पांकुड – 12 जुलाई से 19 जुलाई
बोकारो – 22 जून से 2 जुलाई
जामताड़ा – 4 जुलाई से 10 जुलाई
दुमका – 22 जुलाई से 1 अगस्त
साहिबगंज – 3 अगस्त से 14 अगस्त
पलामू – 22 जून से 16 जुलाई
लोहरदगा – 8 जुलाई से 15 जुलाई
हज़ारीबाग़ – 22 जुलाई से 8 अगस्त