खूंटी। रनिया प्रखंड में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाथी ने घर में रखे लगभग पांच क्विंटल चावल में से कुछ खा लिया और बाकी को बर्बाद कर दिया। घर गिरने से अंदर सो रहे घुरन महतो और उनकी पत्नी पुष्पा देवी मलबे के नीचे दब गईं। पुष्पा देवी को मामूली चोटें आई हैं, लेकिन घुरन महतो गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। हाथी की दहाड़ और घर गिरने की आवाज सुनकर गांववाले अपने घरों से निकल आए। उन्होंने मशालें जलाईं, ढोल-नगाड़े पीटे और शोर मचाकर हाथी को गांव से भगाया। इसके बाद ग्रामीणों ने मलबे में दबे दंपती को बाहर निकाला। घायलों को आनन-फानन में इलाज के लिए ले जाया गया, जहां घुरन महतो को रांची के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना सोमवार देर रात करीब डेढ़ बजे की है, जब एक भूखा जंगली हाथी बनई पंचायत के मनातू गांव में घुस आया और घुरन महतो के घर को ध्वस्त कर दिया। गांव में हाथी के हमले से दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथियों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।