रांची। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को राजभवन में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में कार्यकारी अध्यक्ष डॉ रविंद्र कुमार राय, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, संजय सेठ, प्रदेश महामंत्री एवं सांसद आदित्य साहू, डॉ प्रदीप वर्मा, विधायक नवीन जायसवाल, पूर्व विधायक जीतू चरण राम, रामकुमार पाहन, जिलाध्यक्ष वरुण साहू, विनय कुमार महतो, कमाल खान, राफिया नाज शामिल थे। ज्ञापन में मांग की कि हाल ही में मंत्री हफीजुल हसन द्वारा दिया गया बयान कि हम कुरान को दिल में और संविधान को हाथ में रखते हैं” और “मेरे लिए शरिया पहले है, संविधान बाद में”, संविधान की भावना के विपरीत है। भाजपा ने इसे असंवैधानिक और शपथ की अवमानना बताया है। इसी प्रकार एक अन्य मंत्री इरफान अंसारी की ओर से वक्फ संशोधन कानून को राज्य में लागू न होने देने संबंधी कथित बयान पर भी आपत्ति दर्ज की गई है। पार्टी का कहना है कि इस प्रकार के बयान न केवल असंवैधानिक हैं, बल्कि इससे समाज में विभाजनकारी शक्तियों को प्रोत्साहन मिलता है। ज्ञापन में कहा गया है कि ऐसी मानसिकता और बयानों के कारण राज्य में धार्मिक आयोजनों के दौरान असामाजिक घटनाएं बढ़ी हैं। प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन की बर्खास्तगी की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से आग्रह किया कि वे राज्य सरकार को संविधान की मर्यादा बनाए रखने के लिए निर्देशित करें। साथ ही मंत्री हफीजुल हसन को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने के लिए मुख्यमंत्री को आवश्यक निर्देश देने की मांग की है।