गुवाहाटी ; प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर असम में घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार राज्य को देश के पूर्वी द्वार के रूप में विकसित करने का काम कर रही है।श्री मोदी ने गुवाहाटी स्थित लोकप्रिय गोपीनाथ बारदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के नये टर्मिनल भवन का उद्घाटन करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज एक बार फिर असम के विकास में नया अध्याय जुड़ रहा है। जैसे राज्य में ब्रह्मपुत्र नदी की धारा कभी नहीं रुकती उसी तरह भाजपा के डबल इंजन के विकास का धारा भी अनवरत बह रही है। उन्होंने कहा, “भारत के भविष्य का नया सूर्योदय पूर्वोत्तर से ही होना है। हमें असम के विकास को सबसे आगे रखकर चलना होगा। विकसित असम से विकसित भारत का रास्ता बनाना है।” उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र को जानबूझकर विकास से दूर रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस क्षेत्र का विकास उसके एजेंडे में ही नहीं था। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने छह-सात दशक तक जो गलती की, मोदी एक-एक कर उसे सुधार रहा है। मोदी के लिए असम का विकास जरूरत भी है और जिम्मेदारी भी।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकारों ने असम और उत्तर पूर्व को विकास से दूर रखा जिसका खामियाजा देश की अखंडता और एकता को उठाना पड़ा। उन्होंने कांग्रेस पर इस क्षेत्र की पहचान मिटाने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि मौजूदा सरकार उस पहचान की रक्षा कर रही है और इसीलिए उसे इसका विकास करने में कामयाबी मिली है। श्री मोदी ने कहा कि विभाजन के समय कांग्रेस ने असम को पूर्वी बंगाल (अब बंगलादेश) में मिलाने की साजिश की थी। राज्य के पहले मुख्यमंत्री गोपीनाथ बारदोलोई ने अपनी ही पार्टी के विरुद्ध लड़ाई लड़ी और असम को भारत में बनाये रखा गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने आजादी के बाद मजहबी तुष्टिकरण के लिए घुसपैठियों को खुली छूट दी। घुसपैठियों ने जंगलों और जमीनों पर कब्जा किया। राज्य की मौजूदा सरकार अब उन अवैध कब्जों को समाप्त कर रही है। उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा विभिन्न राज्यों में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण पर भी कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि मुख्य विपक्षी दल और ‘इंडिया’ गठबंधन के दूसरे दल घुसपैठियों के पक्ष में बयानबाजी करते हैं। चुनाव आयोग एसआईआर की प्रक्रिया कर रहा है तो “कांग्रेस को तकलीफ” हो रही है। असम के लोगों से उन्होंने अपील की, “हमें बहुत सावधान रहना है, असम की अस्मिता की रक्षा करनी है, कांग्रेस के संयंत्रों को पल-पल विफल करना है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि नये टर्मिनल भवन से गुवाहाटी और असम की क्षमता बढ़ जायेगी, यहां ज्यादा लोग आ सकेंगे और मां कामाख्या के दर्शन की सुविधा आसान होगी। उन्होंने कहा कि नये टर्मिनल भवन को असम की प्रकृति और संस्कृति को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इसमें बांस का भरपूर इस्तेमाल किया गया है और इनडोर फॉरेस्ट भी है। एक लाख 40 हजार वर्ग मीटर में फैले इस टर्मिनल भवन से हवाई अड्डे की क्षमता सालाना 34 लाख यात्रियों के बढ़कर 131 लाख यात्री पर पहुंच जायेगी। वर्तमान में यहां हर साल 65 लाख यात्रियों की आवाजाही होती है और यह देश का 10वां सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है। नये टर्मिनल भवन का तोरण द्वार बांस का बना है। साथ ही अंदर भी बांस और बांस की प्रतिकृति का काफी इस्तेमाल किया गया है। इनडोर फॉरस्ट में काजीरंगा को दिखाया गया है। नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा यह सिर्फ नया टर्मिनल बिल्डिंग नहीं, असम की आकांक्षाओं, उत्तर पूर्व की संभावनाओं और भारत के विकास का प्रतीक है। असम के लोगों और विशेष रूप से गुवाहाटी के लोगों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि जहां हवाई अड्डा बनता है वहां उद्योग, पर्यटन और रोजगार भी बढ़ता है। साल 2014 में देश में 74 हवाई अड्डे थे जिनकी संख्या पिछले 11 साल में बढ़कर 165 पर पहुंच गयी है।
