नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और मंत्रिपरिषद परिषद के साथ अपना इस्तीफा दिया। राष्ट्रपति ने इस्तीफे को स्वीकार कर लिया और नरेन्द्र मोदी और मंत्रिपरिषद को नई सरकार के गठन तक पद पर बने रहने का अनुरोध किया। इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बुधवार को प्रधानमंत्री आवास पर हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की अंतिम बैठक में राष्ट्रपति से 17वीं लोकसभा को भंग करने की सिफारिश करने का निर्णय किया गया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंचे और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना और अपने मंत्रिमंडल का त्यागपत्र सौंपा।
प्रक्रिया के अनुसार राष्ट्रपति ने उन्हें नई सरकार के गठन तक पद पर बने रहने को कहा। चुनाव आयोग एक-दो दिन में ही राष्ट्रपति को लोकसभा चुनावों के परिणामों की अंतिम सूची के साथ चुनाव प्रक्रिया पूर्ण होने की सूचना भेजेगा, जिसके साथ ही नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू होगी। सबसे बड़े दल भाजपा और राजग गठबंधन को मिले स्पष्ट बहुमत से यह तय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेंगे।
सत्रहवीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को समाप्त होने जा रहा है। मंगलवार को आए नतीजों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है और उसे 240 सीटें प्राप्त हुई हैं। यह बहुमत से 32 सीटें कम हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के ही नेतृत्व में चुनाव पूर्व ही बने राजग (एनडीए) को पूर्ण बहुमत प्राप्त हुआ है। बुधवार सायंकाल ही एनडीए नेताओं की बैठक प्रधानमंत्री आवास पर होनी है, जिसमें सरकार बनाने के दावे के साथ ही अगली सरकार के गठन के बारे में निर्णय लिया जाएगा।