श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बडगाम में प्रभावशाली जीत हासिल करने और गांदरबल में आगे रहने के बाद कहा है कि वह जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंत्री बनकर अपने परिवार की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं। कुछ महीने पहले ही अब्दुल्ला को लोकसभा चुनावों में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था। जेकेएनसी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने आज घोषणा की कि उनके बेटे और पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 41 सीटों पर आगे चल रही जेकेएनसी सहयोगी कांग्रेस के साथ विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के लिए पूरी तरह तैयार है। अगस्त, 2019 में अनुच्छेद 370 निरस्त होने के बाद पहली बार आयोजित विधानसभा चुनाव नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए एक तरह से वरदान रहा है। उमर अब्दुल्ला ने यहां तक कह दिया था कि वह केंद्र शासित प्रदेश की विधानसभा में प्रवेश करके खुद को अपमानित नहीं करेंगे लेकिन चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद उन्होंने अपना रुख बदल लिया। उन्होंने एक नहीं, बल्कि दो सीटों गांदरबल और बडगाम पर चुनाव लड़ने का फैसला किया।
हालांकि, पार्टी के गढ़ गांदरबल से चुनाव लड़ना अब्दुल्ला के लिए आसान था लेकिन उन्होंने सुरक्षित खेलने का फैसला लेकर बडगाम विधानसभा क्षेत्र से भी नामांकन दाखिल किया। कांग्रेस के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन करने वाली एनसी जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इसके अलावा फारूक अब्दुल्ला ने घोषणा की है कि उमर जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री होंगे।