रांची। भाजपा विधायक हाथों में तख्तियां लिये सदन के बाहर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। तख्तियों पर हेमंत सोरेन हाय-हाय, अनिल टाइगर के हत्यारों को अविलंब फांसी दो, हेमंत सोरेन की सरकार हत्यारी, झारखंड में अपराधियों पर अंकुश कब लगेगा जैसे नारे लिखे थे। झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के 20वें दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा विधायकों ने नेता अनिल टाइगर की हत्या और राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था के विरोध में सदन के बाहर प्रदर्शन किया। मौके पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने घटना को लेकर रांची पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। मरांडी ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यह अपराध की पहली घटना नहीं है। रांची में लगातार अपराध हो रहे हैं और अपराधियों के जरिये लगातार हत्याएं की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि बुधवार की जो घटना है, वह देखकर हमलोग अचंभित हैं। अपराधियों ने भाजपा नेता अनिल टाइगर की हत्या की और रांची पुलिस प्रशासन अब उनके चरित्र की हत्या कर रही है। पुलिस ने जो बयान घटना को लेकर दिए हैं, उसके बाद मैंने लोहरदगा जिले से भी तहकीकात की है तो कहीं भी दूर-दूर तक उस तरह की कोई बात या संबंध नहीं है।
मरांडी ने कहा कि इससे आप समझ सकते हैं कि राज्य में किस प्रकार से पुलिस काम कर रही है, ताकि लोगों को भ्रमित और घटना को डाइल्यूट किया जा सके। इसी कोशिश में रांची पुलिस प्रशासन और झारखंड की पुलिस लगी हुई है। उन्होंने कहा कि हमें जो जानकारी मिली है उसके अनुसार जिस अपराधी ने कल भाजपा नेता अनिल टाइगर की हत्या की, उसे जनता ने पीछा कर पकड़ा, लेकिन पुलिस इस तरह से बता रही है मानो इनाम और मेडल के लिए यह सब कर रही हो। इससे भद्दा मजाक और क्या हो सकता है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पुलिस राज्य में अपराध रोकने के लिए गंभीर नहीं है और सरकार किस प्रकार से काम कर रही है। यह सब उजागर हो रहा है। उन्होंने कहा कि इससे यह समझ में आता है कि अपराधियों से भी यह सरकार पैसे वसूल रही है। तभी अपराधी बेखौफ होकर राज्य में अपराध की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। मरांडी ने आरोप लगाया कि ऐसा लगता है कि सरकार का कहीं ना कहीं उन अपराधियों को संरक्षण प्राप्त है।
