श्री कश्यप ने कहा कि सुकमा जिले के अतिसंवेदनशील तथा नक्सल प्रभावित कोंटा ब्लाक के आठ ग्राम पंचायतों में सरपंच पद के लिए एक-एक ही नाम निर्देशन पत्र प्राप्त होने पर यहां सरपंच निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक निर्विरोध निर्वाचित होने वाले सरपंच में ग्राम पंचायत तारलागुड़ा से सुन्डम उमेश, कोंडासावली से सुन्डम नंदा, उपमपल्ली से मड़काम सिंगा,. सिलगेर से कोरसा सन्नू, सुरपनगुडा से बण्डी, करीगुंडम से अनिता सोढ़ी, मैलासुर से प्रदीन सोढ़ी तथा गोंदपल्ली से सरपंच निर्विरोध निर्वाचित हुए।
राज्य के वन मंत्री केदार कश्यप ने बुधवार को यहां पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के बाद शहर से गांव तक विकास की जो योजना बनाई गई है इस चुनाव के बाद लागू की जायेगी। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के नगर निकाय और पंचायत चुनाव में 32 से अधिक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार र्निविरोध चुने गए। उन्होंने बताया कि अब तक बस्तर संभाग में निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव में 32 से अधिक भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार र्निविरोध चुने गए। कोटा ब्लाक में पिछले चुनाव में 61 ग्राम पंचायत थे, जो इस बार 67 हो गए हैं। इस बार छह नवीन पंचायत बनाए गए हैं, जिनमें उपमपल्ली और मैलासुर के सरपंच निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। वहीं सिलगेर का निर्विरोध बने सरपंच कोरसा सन्नू भाजपा नेता है, जो सलवा जुडूम के बाद नक्सलियों के टारगेट में होने से दोरनापाल में रहते हैं। पूर्व में वह सिलगेर का सरपंच रहे और इस बार फिर से निर्विरोध चुने गये हैं। वह दोरनापाल में रहकर लगभग 65 किलोमीटर दूर स्थित सिलगेर ग्राम पंचायत का संचालन करेंगे। कुछ साल पहले तक नक्सलियों का खौफ होने से कोई भी जनप्रतिनिधी ग्राम पंचायत, जनपद और जिला पंचायत सदस्य का चुनाव नक्सलियों के फरमान के चलते नामांकन फार्म नहीं भरता था, लेकिन अंदरूनी इलाकों में कैम्प और थाना खुलने से धीरे-धीरे नक्सली आंतक कम हुआ है जिससे अब पंचायत चुनाव में लोगों की भागीदारी इस बार बढ़ी है। 67 में से 59 ग्राम पंचायतों में चुनाव लड़कर सरपंच चुने जाएंगे।