पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद प्रशांत किशोर टूटे नहीं हैं, उन्होंने फिर एक बार जनता के बीच जाने का फैसला किया है. जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर भितिहरवा गांधी आश्रम में एक दिवसीय मौन अनशन के बाद बड़ी घोषणा की है. जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने घोषणा की है कि वे 15 जनवरी से बिहार संकल्प यात्रा की शुरुआत करेंगे. इस यात्रा के दौरान वे राज्य के 1 लाख 18 हज़ार वार्डों में उन महिलाओं से मुलाक़ात करेंगे, जिन्हें सरकार द्वारा 10 हजार रुपये की राशि मिली है. इसके साथ ही उन्हें बिहार सरकार की ओर से दिए जाने वाले 2 लाख रुपये के लाभ के लिए फॉर्म भरवाने का काम भी करेंगे. इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने अपनी 90% संपत्ति दान करने का ऐलान किया है. प्रशांत किशोर ने बीते साल नवंबर की शुरुआत में खुलासा किया था कि उन्होंने 3 साल में करीब 241 करोड़ रुपये कमाए हैं और उसमें से 99 करोड़ रुपये जन सुराज पार्टी को दान कर चुके हैं. उन्होंने अपनी आय पर 31 करोड़ रुपये का जीएसटी और 20 करोड़ रुपये का इनकम टैक्स भी जमा किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी फिलहाल संपत्ति 55 से 60 करोड़ रुपये के करीब बताई जाती है. नीतीश कुमार कैबिनेट पर हमला बोलते हुए किशोर ने कहा, ‘यह बिहार की जनता के मुंह पर तमाचा है, घाव पर नमक छिड़कने जैसा है. कुछ लोगों को सिर्फ इसलिए मंत्री बनाया गया, क्योंकि उनके पिता राजनीति में हैं. भ्रष्ट और आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को भी शामिल किया गया.’ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब बिहार की चिंता नहीं करते, क्योंकि चुनाव में वोट खरीद लिए गए और अब उन्हें जनता की परवाह नहीं है.
