लोहरदगा। लोहरदगा शहरी क्षेत्र में उस समय एक बहुत बडी घटना टल गई जब हिंडाल्को कंपनी का बाक्साइट लेकर बगडू माइंस से रोपवे ट्राली रिहायशी इलाकों में गीरने लगा। लगभग बारहट्रॉली मुहल्ले में बाक्साईट के साथ गीरे। गनीमत रही कि रविवार के कारण लोगों की आवाजाही कम थी और बच्चों का स्कूल बंद होने के कारण वे घरों में थे।
बॉक्साइट ट्रॉली गिरने के कारण इलाके में अफरातफरी मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। उल्लेखनीय है कि हिंडालको कंपनी के पहले इंडाल के जरिये इस रोपवे की स्थापना ब्रिटिश काल मे ही की गई थी। बाद में इंडाल कंपनी को हिंडाल्को ने खरीद लिया। उसके बाद से हिंडाल्को कंपनी ही रोपवे का परिचालन कर रही है। उस समय छोटा ट्राली से बॉक्साइट ढुलाई थी जिसकी ऊंचाई भी कम थी।लेकिन इन कुछ वर्षों में हिंडालको कंपनी अपने लालच को बढ़ावा देते हुए ट्रॉली का साइज बड़ी कर दी और सुरक्षा का नाम पर वही पुराने तरीके को अपना रही है। लोगों ने बताया कि रोपवे का मेंटेनेंस अगर होता रहता तो शायद यह हादसा नहीं होता। रविवार होने के कारण बच्चों का स्कूल बंद था उसी रास्ते से बच्चे स्कूल आना जाना करते हैं। यही कारण है कि ट्रॉली जब गिरी तो कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। शहरी क्षेत्र में एक नहीं लगभग 12 ट्रॉली गिरी है। लोगों ने बताया कि पूर्व में लगभग 15 वर्ष पहले इसीट्रॉली के गिरने के कारण से एक बच्चे की मौत हो गयी थी। लेकिन कंपनी ने कोई बदलाव नहीं किया और वही प्रक्रिया चल रही है जो वर्षो पुरानी है।