दरभंगा। अमित शाह ने मंच से बीजेपी प्रत्याशी मैथिली ठाकुर की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि भाजपा ने परिवारवाद की राजनीति को तोड़ते हुए मिथिला की बेटी को जनप्रतिनिधित्व का अवसर दिया है। भाजपा ने 25 वर्षीय मैथिली ठाकुर को टिकट देकर यह साबित किया है कि अब राजनीति में परिवार नहीं, योग्यता और निष्ठा चलेगी। क्या लालू या कांग्रेस ऐसा कर सकते हैं? मिथिला की बेटी राजनीति में नए युग की पहचान बनेगी,” उन्होंने कहा। शाह ने आगे कहा कि मैथिली ठाकुर मिथिला की “संस्कृति और आस्था की सशक्त आवाज़” हैं। उन्होंने कहा कि “जब मैथिली ठाकुर विधानसभा में बोलेंगी, तो यह सिर्फ एक प्रतिनिधि की नहीं, बल्कि पूरी मिथिला की आवाज़ होगी।” गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विकासपरक नीतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि एनडीए रकार ने मिथिला के सम्मान और विकास दोनों की दिशा में अभूतपूर्व काम किया है। दरभंगा में एम्स का निर्माण मोदी जी की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। मिथिला की पहचान को हमने संविधान में मान्यता दी — मैथिली भाषा को आठवीं अनुसूची में स्थान मिला और कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर उनके आदर्शों का सम्मान किया गया।”शाह ने कहा कि यह “दोहरा इंजन सरकार” ही है जिसने गरीबों को मुफ्त राशन, आवास और शौचालय जैसी योजनाओं का लाभ पहुंचाया। अमित शाह ने धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में मिथिला के लिए बड़ा वादा किया। उन्होंने कहा —“अब केंद्र सरकार ‘सीता सर्किट’ योजना के तहत दरभंगा, सीतामढ़ी, जनकपुर और अलीनगर को धार्मिक पर्यटन सर्किट से जोड़ेगी। सीता माता मंदिर का पुनरुद्धार होगा और मिथिला को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर लाया जाएगा।” अमित शाह ने महागठबंधन को निशाने पर लेते हुए कहा कि — “लालू-राबड़ी राज में बिहार अपराध, भ्रष्टाचार और जातिवाद की प्रयोगशाला बन गया था। आज मोदी जी के नेतृत्व में बिहार विकास और सुरक्षा की नई मिसाल पेश कर रहा है।” उन्होंने विपक्षी दलों पर व्यंग्य करते हुए कहा कि “महागठबंधन का घोषणापत्र जुमलों का पुलिंदा है, उन्हें जनता की नहीं, केवल अपने परिवार की चिंता है।” अलीनगर की यह रैली एनडीए की अब तक की सबसे बड़ी सभाओं में से एक मानी गई। अनुमान है कि एक लाख से अधिक की भीड़ ने भाग लिया। मंच पर दरभंगा सांसद डॉ. गोपालजी ठाकुर, पूर्व मंत्री संजय झा, और अन्य एनडीए नेता मौजूद थे। शाह ने अंत में जनता से अपील करते हुए कहा — “यह चुनाव अलीनगर की सीट भर का नहीं, मिथिला की अस्मिता का चुनाव है। जब आप मैथिली ठाकुर को वोट देंगे, तो यह केवल एक उम्मीदवार की जीत नहीं होगी, यह मिथिला की संस्कृति और बिहार के स्वाभिमान की जीत होगी।” बिहार चुनाव के बीच मंगलवार को अलीनगर विधानसभा की ऐतिहासिक धरती पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऐसी गर्जना की जिसने पूरे मिथिला को राजनीतिक जोश से भर दिया। विशाल भीड़ के बीच उन्होंने स्पष्ट कहा — “यह चुनाव सिर्फ सत्ता परिवर्तन का नहीं, बल्कि मिथिला की संस्कृति, अस्मिता और राष्ट्रभक्ति की रक्षा का चुनाव है।” सभा स्थल पर ‘जय श्रीराम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों के बीच शाह ने अपने भाषण की शुरुआत मिथिला और माता सीता के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए की। उन्होंने कहा —मैं माता सीता की पवित्र भूमि पर आया हूं। यह धरती त्याग, मर्यादा और संस्कृति की प्रतीक है। अब इस भूमि से ही एक नई राजनीतिक संस्कृति का उदय होगा — जो निष्ठा, सेवा और सत्य पर आधारित होगी।”
