रांची: राजधानी के कई प्रमुख दुर्गा पूजा पंडाल गुरुवार से श्रद्धालुओं के लिए खुले और शहर में दुर्गोत्सव का उत्साह परवान चढ़ने लगा है । इस साल पंडालों में भव्यता के साथ-साथ देशभक्ति और नारी शक्ति का संदेश भी प्रमुख रूप से देखने को मिल रहा है।
रांची का सबसे मंहगा पंडाल श्री रामलला दुर्गा पूजा समिति का ने जिला स्कूल मैदान में तैयार किया है। पंडाल का मॉडल स्वामीनारायण मंदिर के आधार पर बनाया गया है और इसे रांची का सबसे महंगा पंडाल माना जा रहा है। कुल खर्च लगभग 1 करोड़ रुपये है, जिसमें 90 लाख रुपये पंडाल निर्माण पर ही लगे हैं।
महाशक्ति दुर्गा पूजा समिति, बूटी मोड़ का पंडाल शाम 6 बजे उद्घाटित हुआ। इस बार इसे ऑपरेशन सिंदूर की थीम पर सजाया गया है। पंडाल के केंद्र में भारत का भव्य मानचित्र है और श्रद्धालु मां दुर्गा की शक्ति के साथ देशभक्ति का अद्भुत संगम लेजर शो के माध्यम से अनुभव कर सकेंगे। पंडाल की रचनात्मकता और तकनीकी सजावट ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया है।
भारतीय युवक संघ, बकरी बाजार का पंडाल 26 सितंबर को शाम 5 बजे खुलेगा। इस बार विशेष रूप से नारी शक्ति को सम्मान देते हुए 31 छोटी कन्याओं को मां दुर्गा के रूप में आमंत्रित कर पूजन किया जाएगा। इस पहल ने पूरे शहर में उत्साह और चर्चा का विषय बना दिया है।
पूजा पंडालों की भव्यता, आकर्षक थीम और सांस्कृतिक संदेश ने रांची की दुर्गा पूजा को इस साल और भी यादगार बना दिया है। भक्तजन और शहरवासी अब इन पंडालों के दर्शन करने के लिए उत्सुक हैं और इस बार के पंडाल देशभक्ति और सामाजिक संदेशों के लिए भी चर्चित हो रहे हैं।