रांची ; राजधानी रांची को हिला देने वाले कांके रोड स्थित चौपाटी रेस्टोरेंट के मालिक विजय नाग हत्याकांड में झारखंड पुलिस ने जीरो टॉलरेंस का कड़ा संदेश देते हुए मुख्य हत्यारे को सबक सिखाया है। पुलिस ने न केवल 48 घंटों में पूरे षड्यंत्र का पर्दाफाश किया, बल्कि मुख्य आरोपी अभिषेक सिंह को एक साहसिक मुठभेड़ में दोनों पैरों में गोली मारकर लंगड़ा कर दिया। इस त्वरित और कठोर कार्रवाई ने रांची के आपराधिक जगत में यूपी मॉडल का जबरदस्त खौफ पैदा कर दी है।
विरोध नहीं, सीधे मौत, वेज बिरयानी बनी खूनी विवाद की वजह
बीते 18 अक्टूबर की देर रात करीब 11:20 बजे, मुख्य आरोपी अभिषेक सिंह ने वेज बिरयानी में चिकन का टुकड़ा मिलने के मामूली विवाद को अपनी सनक और अहंकार का मुद्दा बना लिया। रेस्टोरेंट मालिक विजय नाग के बीच-बचाव करने पर, अभिषेक ने तैश में आकर उन्हें गोली मार दी।
पुलिस का एनकाउंटर मॉडल, अपराधी को मौके पर ही मिली सजा
हत्याकांड के बाद, ग्रामीण एसपी प्रवीन पुष्कर के नेतृत्व में विशेष टीम ने अभिषेक सिंह को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। 19 अक्टूबर की संध्या पुलिस को सूचना मिली कि मुख्य हत्यारा अभिषेक सिंह अपनी गर्भवती पत्नी से मिलने के लिए अपने वाहन से रांची आ रहा है। आईटीबीपी कैंप के पास पुलिस की घेराबंदी देख अपराधी ने सीधे पुलिस बल पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने स्पष्ट संदेश देते हुए अभिषेक सिंह के दोनों पैरों में सटीक निशाना साधकर गोली मारी। गोली लगते ही वह वहीं गिर पड़ा और उसे घायल अवस्था में गिरफ्तार कर रिम्स अस्पताल भेजा गया। पुलिस की इस कार्रवाई ने साफ कर दिया कि रांची में अब अपराध का अंजाम मौके पर ही तय होगा।
