पटना : कांग्रेस-राजद और वीआईपी में नहीं सुलझा सीटों का झगड़ा आरजेडी ने कई सीटों पर टिकट बांटे, सीपीआईएमएल ने 18 कैंडिडेट्स उतारे, सहमति न बने तो कांग्रेस भी उतारेगी सभी सीटों पर प्रत्याशी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर मंगलवार देर रात तक सहमति नहीं बन पाई है। राष्ट्रीय जनता दल ने अपने उम्मीदवारों को सिंबल बांटना शुरू कर दिया है। सहमति न बनने की स्थिति में कांग्रेस भी सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने की रणनीति पर विचार कर रही है। मंगलवार देर शाम तक चली कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में उम्मीदवारों के नामों पर विचार किया गया। बुधवार को पार्टी अपनी लिस्ट जारी सकती है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस महागठबंधन के तहत बिहार में कम से कम 60 सीटों पर अड़ी है, वहीं विकासशील इंसान पार्टी और वामपंथी दल भी अपनी मांगों पर डटे हुए हैं। आरजेडी 50-55 सीटों से ज्यादा देने को तैयार नहीं। 2020 के चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन सिर्फ 19 सीटें जीत सकी थी। खराब स्ट्राइक रेट को देखते हुए लालू यादव इस बार सतर्क हैं। इस बीच, तेजस्वी यादव बुधवार को राघोपुर से नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं। सीपीआई माले ने भी अपने 18 कैंडीडेट्स की लिस्ट जारी कर दी है। इसके पहले भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने भी छह उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगा दी है। राज्द प्रमुख लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के सामने सवाल यह है कि क्या कांग्रेस 60 सीटों पर लड़ेगी? क्या मुकेश सहनी की वीआईपी 20 सीटों से कम पर मान जाएगी? और क्या वामपंथी दल अपनी सीटों में कटौती के लिए तैयार होंगे?