नई दिल्ली : राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) 2024 में हुई कथित तौर पर गड़बड़ियों को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क ने सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की हैं।
आईएमए जूनियर डॉक्टरों ने शनिवार को राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के अध्यक्ष प्रदीप कुमार जोशी को पत्र लिख कर सभी छात्रों के लिए निष्पक्ष और पारदर्शी मूल्यांकन प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए पुन: परीक्षा का भी अनुरोध किया।
आईएमए जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क ने कुछ छात्रों को सही अंक मिलने, घोषित अंकों में बेमेल और ओएमआर शीट की तुलना में ग्रेस मार्क्स की अवधारणा और पेपर लीक के मुद्दे पर चिंता जताई है। डॉक्टरों ने शिकायत की कि कुछ छात्रों ने 718 और 719 अंक हासिल किए हैं। इन छात्रों को दिए गए ग्रेस मार्क्स के लिए कोई परिभाषित तर्क नहीं है। छात्रों को दिए गए ग्रेस मार्क्स के अनुसार कोई सूची साझा नहीं की गई है।
कई छात्रों को ओएमआर शीट की तुलना में उनके स्कोर कार्ड पर अलग-अलग अंक प्राप्त हुए। जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क एसोसिएशन ने आरोप लगाया कि नीट के नतीजे समय से पहले घोषित किए गए।