रांची। डीजीपी अनुराग गुप्ता 20 अगस्त को झारखंड पुलिस मुख्यालय में डायल 112 के रिस्पांस टाइम और ट्रैकिंग सिस्टम की समीक्षा करेंगे। इस दौरान यदि किसी पुलिस अफसर या पुलिसकर्मी की लापरवाही सामने आयी तो उसपर कार्रवाई भी हो सकती है। डीजीपी अनुराग गुप्ता के पहल पर डायल 112 को क्यूआर कोड डेवलप किया गया है। इस क्यूआर कोड की कॉपी ऑटो, बस और एटीएम सहित शहर के विभिन्न स्थानों में लगा दिया गया है।अगर आप किसी संकट में हैं, तो आप क्यूआर कोड को स्कैन कर पुलिस की हेल्प ले सकते हैं।
डायल 112 के क्यूआर कोड को डीजीपी अनुराग गुप्ता के प्रयास से डेवलप किया गया है। इसे पुलिस के टेक्निकल सेल ने डेवलप किया है। शहर के किसी भी जगह पर यदि कोई आदमी मुसीबत में फंसा हो, तो वह क्यूआर कोड को स्कैन कर पुलिस को अपनी परेशानी बताकर मदद मांग सकता है। इसके लिए सबसे पहले क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा। मोबाइल से स्कैन करते ही मोबाइल में एक फॉर्म दिया जायेगा, जिसमें मात्र चार पाइंट भरने होंगे। इसके बाद तुरंत 112 से कनेक्ट हो जायेगा। वहां से सीधे आपसे संपर्क किया जायेगा और आपके नजदीक मौजूद पीसीआर या क्यूआरटी आप तक पहुंच जायेगी। यह तो उसके लिए आसान है, जिसके पास स्मार्ट फोन है। यदि किसी के पास स्मार्ट फोन नहीं है और वो आपसे मदद मांगता है तो आप उसकी भी मदद कर सकेंगे।