रांची। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) रांची और धनबाद में अधिवक्ता, डीटीओ और सीओ सहित अन्य कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। यह कार्रवाई पंडरा थाना में दर्ज एफआईआर के आधार पर की गयी है। छापेमारी में भारी मात्रा में धनबाद से कैश बरामद होने की सूचना है। ईडी की टीम ने एक वकील के साथ धनबाद के डीटीओ दिवाकर प्रसाद द्विवेदी, कांके सीओ जय कुमार राम, प्रभात भूषण, जमीन कारोबारी संजीव पांडे, रवि नाम के व्यक्ति के ठिकानों पर छापेमारी की है।
उल्लेखनीय है कि जमीन घोटाले मामले की जांच कर रहे ईडी को मैनेज करने के लिए कांके एवं नामकुम सीओ के अलावा धनबाद डीटीओ पर 5.71 करोड़ रुपये में डील करने का आरोप लगा है। जमीन कारोबारी और पंडरा के रहने वाले संजीव पांडेय ने ईडी से जुड़े केस को मैनेज करने के नाम पर रांची के पंडरा थाने में वकील सुजीत कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। संजीव पांडेय का आरोप है कि वकील सुजीत कुमार ने ईडी की चार्जशीट में उनका नाम शामिल न करने के लिए कुछ अधिकारियों और उनसे पांच करोड़ से ज्यादा की ठगी की है।
संजीव के अनुसार सुजीत ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि वह उन्हें और उनके कुछ अधिकारी मित्रों को ईडी के केस से बचा लेंगे, उनका नाम चार्जशीट में नहीं आयेगा। बदले में सुजीत ने उनसे करोड़ों रुपये ठग लिये। इसके बाद भी उनका नाम ईडी की चार्जशीट में आ गया। जब संजीव ने पैसा मांगा तो अधिवक्ता ने पैसा नहीं होने के एवज में 54 चेक जारी किये। साथ ही पैसे के बदले कार भी दे दी और एग्रीमेंट कर लिया।
अधिवक्ता सुजीत ने भी संजीव पांडेय के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया है। अधिवक्ता सुजीत कुमार ने अपने आवेदन में कहा है कि संजीव पांडेय साथी रवि कुमार प्रभात और दिवाकर सहित 10-12 अन्य लोगों के साथ पंडरा स्थित कार्यालय पहुंचा, वहां हथियार सटाकर सादे कागज पर लिखवाया कि संजीव कुमार पांडे से उन्होंने 6.40 करोड रुपये लिए हैंष इसके बाद उसका अपहरण कर तीन अक्टूबर की दोपहर काठी टांड़ इलाके में छोड़ दिया गया।