नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी नेता व सांसद संजय सिंह ने सात विधायकों को 15-15 करोड़ रुपये लेकर आआपा छोड़ने का आफर मिलने का दावा किया। इसके बाद पार्टी ने सभी विधायकों और उम्मीदवारों को सचेत किया है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर लोकतंत्र को कुचलने का आरोप लगाया है।
आआपा सांसद संजय सिंह गुरुवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। संजय सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा ने कई बार हमारे विधायकों और नेताओं को खरीदने का प्रयास किया है और कई बार वह सफल भी हुए। उन्होंने दावा
किया कि उनकी पार्टी छोड़ने वाले सात विधायकों को 15-15 कराेड़ देकर आआपा छाेड़ने का आफर मिला था। संजय सिंह ने कहा कि अपनी पार्टी के सभी विधायकों और उम्मीदवारों से कह दिया गया कि अगर आपके पास ऐसे खरीद-फरोख्त संबंधी फोन कॉल आते हैं तो वह उसकी रिकॉर्डिंग कर लें और अगर कोई मिलने आता है तो उसका वीडियो रिकॉर्ड कर लें।
संजय सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा ने पैसे और जांच एजेंसियों का डर दिखाकर पिछले दिनों आआपा विधायकों और पंजाब के सांसद को तोड़ा है। उन्होंने चुनाव के दौरान सरेआम पैसे, जूते, चप्पल और साड़ियां बांटने के साथ लोगों की उंगलियों पर चुनावी स्याही लगाने का आरोप भी लगाया। संजय सिंह ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के चुनाव आयोग पर दिए बयान का भी समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में मतदान के दौरान जो कुछ हुआ। उसके बाद अखिलेश का दर्द इस बयान में साफ दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में भी मतदान के दौरान कई घटनाएं हुई, लेकिन चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की।
आआपा नेता संजय सिंह ने एग्जिट पोल पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर मसाज देने वाली और स्पा चलाने वाली कंपनियां एग्जिट पोल करेंगी तो आपको पता है कि एग्जिट पोल का क्या हाल होगा। उन्होंने 8 फरवरी को आआपा की बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा किया।