प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता के परिणामस्वरूप आज डिजिटल इंडिया देशवासियों की दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है : बाबूलाल

रांची। बाबूलाल मरांडी ने मंगलवार को सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि बैंकिंग, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में इसका व्यापक और क्रांतिकारी प्रभाव देखने को मिल रहा है। सस्ती और सहज इंटरनेट सुविधा ने आम जन तक अनेक सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित की है। बाबूलाल ने गिनाईं डिजिटल भारत की उपलब्धियां- भारतनेट योजना: 5.85 लाख गांवों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया। कॉमन सर्विस सेंटर्स के तहत 5.7 लाख से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर्स गांवों में आधार अपडेट, बिल भुगतान, प्रमाण पत्र और सरकारी योजनाओं की सेवाएं दे रहे। जनधन योजना के तहत 50 करोड़ से अधिक बैंक खातों ने सबसे वंचित तबकों को वित्तीय सिस्टम से जोड़ा गया। डीबीटी के जरिये 34 लाख करोड़ से ज़्यादा की राशि सीधे लाभार्थियों के खातों में पहुंची है। पीएम गडिसा : 6 करोड़ से ज़्यादा नागरिकों को डिजिटल साक्षरता दी गई है। डिजीलॉकर: 20 करोड़ से अधिक यूज़र्स को बोर्ड, यूनिवर्सिटी और सरकारी संस्थान सीधे उनके अकाउंट में दस्तावेज़ जारी करते हैं। ई-नैम के तहत 1300 अधिक मंडियां जुड़ी हैं, जहां किसान भाव देख सकता है और डेटा आधारित निर्णय ले सकता है। पीएम किसान योजना के तहत 3 लाख करोड़ सीधे खातों में भेजे गए हैं। जेम के जरिए 8 लाख करोड़ से ज़्यादा की सरकारी खरीद अब डिजिटल हो चुकी है। नेशनल डिजीटल हेल्थ मिशन के तहत करोड़ों नागरिकों को हेल्थ आइडी मिली है, जिसमें इलाज का पूरा इतिहास दर्ज है। यूपीआइ के जरिये हर दिन 1100 करोड़ से ज़्यादा के ट्रांज़ेक्शन हो रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता के परिणामस्वरूप आज डिजिटल इंडिया 140 करोड़ देशवासियों की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा बन चुका है।

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