रांची। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी के अनुसार, बोकारो और गिरिडीह में समय पर वेतन न मिलने के कारण एम्बुलेंस कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे दोनों ज़िलों की स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। मरीज निजी एम्बुलेंस चालकों को मनमानी फीस देने या निजी वाहनों से अस्पताल पहुंचने को मजबूर हैं।
मरांडी ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। मरांडी ने शनिवार को सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि झारखंड में 108 एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह चरमरा चुकी है। विभागीय मंत्री ने पुराने एमओयू को रद्द कर एम्बुलेंस संचालन की ज़िम्मेदारी अपने करीबी सम्मान फाउंडेशन को सौंप दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मामले का संज्ञान लेकर तत्काल एम्बुलेंस कर्मियों का वेतन भुगतान सुनिश्चित कर लापरवाह एजेंसी पर सख्त कारवाई करें, ताकि मरीजों को असुविधा का सामना न करना पड़े।
बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि हेमंत सरकार ने झारखंड की पूरी शिक्षा व्यवस्था को ही ‘भाड़े’ पर लगा दिया है। स्थायी शिक्षकों के हज़ारों रिक्त पद खत्म कर अब विद्यालयों में किराये के शिक्षक से काम चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार ने झारखंड की शिक्षा व्यवस्था को गर्त में धकेलने और छात्रों के भविष्य के साथ क्रूर मज़ाक करने का पाप कर रही है। छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के आरोपितों ने हेमंत सोरेन और झामुमो-कांग्रेस विधायकों के रायपुर दौरे का पूरा प्रबंध किया था।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन ने छत्तीसगढ़ के शराब सिंडिकेट को झारखंड में कारोबार का जिम्मा सौंपा, जिसका नतीजा 450 करोड़ रुपए के घोटाले के रूप में सामने आ चुका है। हेमंत ने सत्ता का दुरुपयोग कर अपने भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने की भरसक कोशिश की लेकिन अब सीबीआई जल्द ही झारखंड के राजस्व को नुकसान पहुंचाने वालों का चेहरा बेनकाब करेगी।