मुख्यमंत्री आतिशी व उनके समर्थकों पर केस दर्ज 

नई दिल्ली : गोविंदपुरी इलाके में सोमवार की रात हुए हंगामे को लेकर दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री आतिशी और उनके

समर्थकों के खिलाफ चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का केस दर्ज किया है। इसकी जानकारी खुद मुख्यमंत्री ने दी है।

पुलिस ने बताया कि आतिशी अपने काफिले के साथ रात में निकली थीं, प्रचार की अवधि खत्म होने के बाद ऐसा करना आचार संहिता का

उल्लंघन है। पुलिस ने जब इस दौरान वीडियो बनाया तो आतिशी के समर्थकों ने विरोध किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक हुई। दिल्ली पुलिस ने आतिशी के कार्यकर्ता के खिलाफ भी मामला दर्ज किया।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पुलिस ने दो मामले दर्ज किए हैं। एक मामला आतिशी के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का दर्ज हुआ है। दूसरा आतिशी के समर्थकों के खिलाफ हुआ है। क्योंकि उन्होंने पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी की और चुनाव आयोग के सदस्य बनकर रमेश बिधूड़ी के भतीजे का रास्ता रोका था। रमेश बिधूड़ी के भतीजे के खिलाफ भी पुलिस ने कलंदरा (एनसीआर) दर्ज की है।

आतिशी ने केस दर्ज होने के बाद सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि ‘चुनाव आयोग भी गजब है। रमेश बिधूड़ी के परिवार के सदस्य खुले-आम आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। उन पर कोई एक्शन नहीं, मैंने शिकायत करके पुलिस को बुलाया तो इन्होंने मेरे ऊपर केस दर्ज कर दिया।’

वहीं आतिशी पर केस दर्ज किए जाने के बाद आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी सोशल मीडिया पर लिखा कि खुलेआम हो रही गुंडागर्दी के खिलाफ शिकायत करने पर दिल्ली की मुख्यमंत्री के खिलाफ केस दर्ज किया है। आतिशी पर आरोप है कि वो 10 गाड़ियों में अपने 50-60 समर्थकों के साथ पहुंची थीं। पुलिस ने जब आचार संहिता का हवाला देते हुए वहां से जाने के लिए कहा तो उन्होंने मना कर दिया। आतिशी भाजपा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी के बेटों के खिलाफ शिकायत करने पहुंची थीं। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके बेटे और भतीजे लोगों को डरा रहे हैं। जिससे चुनाव प्रभावित हो रहा है। इसी दौरान वे अपने पूरे काफिले के साथ मौजूद थीं।

वहीं कालकाजी इलाके में 30 जनवरी को रैली के दौरान एक महिला पत्रकार से मारपीट की शिकायत पर कालकाजी थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है। महिला पत्रकार ने मारपीट, बदसलूकी और आईडी कार्ड ले जाने का आरोप मुख्यमंत्री आतिशी के पीए और आप कार्यकर्ताओं पर लगाया है। पुलिस ने संबंधित धारा में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की मदद से वारदात की जांच कर रही है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता 28 वर्षीय महिला पत्रकार अपने परिवार के साथ आईपी एक्सटेंशन, पटपड़गंज इलाके में रहती है। पुलिस को दिए बयान में पीड़िता ने बताया कि 30 जनवरी को वह अपने कैमरा पर्सन के साथ सीएम की पदयात्रा कवर करने के लिए पहुंची थी। इसी दौरन वह जब जनता से बात कर रही थी तो मुख्यमंत्री के पीए सुमित वहां अपने सहयोगियों मन्नत, नवनीत और अमन के साथ पहुंचा। सभी पर आरोप पीड़िता और उसके सहयोगी के साथ मारपीट करने का आरोप है।

पीड़िता ने बताया कि आरोपित जाते समय उनका आईडी कार्ड भी लेकर चले गए। उनके जाने के बाद पीड़िता ने पुलिस को फोन किया। पुलिस ने एम्स में उन्हें भर्ती किया और उनका मेडिकल कराने के बाद उनकी शिकायत पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की गई है।

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