रांची। सीआरपीएफ 197 बटालियन का जवान बादल मुर्मू (35) पिछले 17 महीने से लापता है। इसकी शिकायत विभाग से भी की गयी है। इसके बाद भी उसके बारे में कोई सूचना नहीं मिलने से नाराज पत्नी झानो मुर्मू राजभवन के समक्ष शुक्रवार को अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई। उसने कहा कि जबतक पति सकुशल नहीं मिल जाते तब तक धरना पर बैठी रहेंगी। झानो मुर्मू ने कहा कि उसके पति बादल मुर्मु झारखंड के मूल निवासी हैं। उन्हें जनजातीय हो भाषा की जानकारी थी। वे पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) मुख्यालय में नौकरी करते थे। उन्हें नक्सली गतिविधियों की सूचना संकलित करने का काम दिया जाता था। पांच जनवरी, 2023 की सुबह सात बजे ड्यूटी के लिए निकले थे। इसके बाद से घर वापस नहीं आये। पति की तलाश में 17 महीने बीत गये लेकिन पुलिस उन्हें खोजने में विफल रही है। झानो ने कहा कि पति की सकुशल कुशल बरामदगी के लिए वह सांसद-विधायक से भी मिल चुकी है लेकिन केवल आश्वासन ही मिलता रहा है। पति के लापता होने से पूरा परिवार सदमे में है। सदमे में उनके पिता का निधन हो गया। अब परिवार में कमाने वाला कोई नहीं बचा। उसने कहा कि बादल मुर्मू को वीरता के लिए पुलिस पदक से 19 फरवरी, 2022 को सम्मानित भी किया गया था।