रांची। बिहार की राजधानी पटना स्टेशन से गत 10 अगस्त 50 लाख रुपये बरामद हुआ था। यह रुपया झारखंड के पांडे गिरोह का था। इसे लेकर झारखंड एटीएस की एक टीम पटना पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई है। डीजीपी अनुराग गुप्ता ने मंगलवार को बताया कि पटना स्टेशन से आरपीएफ ने शनिवार को 50 लाख रुपये के साथ एक व्यक्ति को हिरासत में लिया था। जांच में यह बात सामने आई है की बरामद पैसे झारखंड के रामगढ़ जिले के पवन ठाकुर का है। उन्होंने बताया कि पवन ठाकुर सीधे तौर पर पांडेय गिरोह से जुड़ा हुआ है। पवन ठाकुर के ऊपर मामले को लेकर झारखंड में एफआईआर दर्ज किया जाएगा। झारखंड एटीएस की एक टीम पटना गई है और बिहार पुलिस के साथ मिलकर मामले में काम कर रही है। उल्लेखनीय है कि झारखंड के रामगढ़, हजारीबाग जैसे कोयला क्षेत्र में पांडेय गिरोह सक्रिय है। फिलहाल इस गिरोह को विकाश तिवारी के के जरिये संचालित किया जा रहा है।
क्या है पूरा मामला
शनिवार की रात पटना रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ की टीम ने 50 लाख रुपए के साथ बजरंग ठाकुर नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया था, पटना पुलिस की पूछताछ में बजरंग ने बताया था कि बरामद रुपए रामगढ़ के पवन ठाकुर के हैं, पैसे पटना में किसी को देना था। जंक्शन से बाहर निकालने के बाद पवन ठाकुर या उसका कोई आदमी फोन करता तो उसे जाकर वह पैसों की डिलवरी कर देता। मामले की जानकारी मिलने के बाद डीजीपी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर झारखंड एटीएस की टीम पूरी तरह सक्रिय हो गई है। झारखंड एटीएस की एक टीम पटना में काम कर रही है ,वहीं दूसरी टीम रामगढ़ में पवन ठाकुर की तलाश कर रही है ,ताकि पटना में पैसों की डिलीवरी किसको की जानी थी और किस काम के लिए की जानी थी इसकी जानकारी हासिल हो सके।