रांची : झारखंड ने अंतर्राष्ट्रीय अपैरल और टेक्सटाइल फेयर (आईएटीएफ) दुबई 2025 में एक मजबूत छाप छोड़ी, जहां उसने अपने तेजी से बढ़ते वस्त्र और परिधान पारिस्थितिकी तंत्र को वैश्विक खरीदारों और उद्योग जगत के नेताओं के सामने प्रस्तुत किया। उद्योग मंत्री संजय प्रसाद यादव के नेतृत्व में राज्य ने GI-टैग वाले तसर रेशम के भारत के सबसे बड़े उत्पादक के रूप में अपनी स्थिति को रेखांकित किया। दुमका, गोड्डा, साहिबगंज और रांची की अपनी समृद्ध हथकरघा परंपराओं का प्रदर्शन किया। झारखंड की टिकाऊ तसर मूल्य श्रृंखला और कारीगर-संचालित हथकरघा समूहों ने अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। राज्य ने झारक्राफ्ट (JHARCRAFT) के परिवर्तनकारी कार्यों को भी प्रस्तुत किया, जिसने कौशल विकास और आधुनिक उत्पादन सुविधाओं के माध्यम से एक लाख से अधिक महिलाओं और जनजातीय कारीगरों का समर्थन किया है। अरविंद स्मार्ट टेक्सटाइल्स, वालेंसिया अपैरेल्स, किशोर एक्सपोर्ट्स और ओरिएंट क्राफ्ट जैसे निवेशों से झारखंड का एकीकृत कपड़ा नेटवर्क- जिसमें सिल्क पार्क, बुनाई क्लस्टर, फिनिशिंग इकाइयाँ और परिधान निर्माण शामिल हैं- और मजबूत हुआ है।मंत्री ने 18 नवंबर 2025 को सुबह 11:30 बजे झारखंड पैवेलियन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर गरिमा सिंह (एमडी, झारक्राफ्ट), कुलदीप चौधरी (जनजातीय कल्याण आयुक्त), अनन्या मित्तल (सीईओ, जेएसएलपीएस), प्रणब कुमार पॉल (संयुक्त सचिव, उद्योग), और स्वाति (कंपनी सचिव, झारक्राफ्ट) भी उपस्थित थे, जो वैश्विक मंच पर अपने परिधान एवं वस्त्र क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए राज्य की एकजुट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। झारखंड का लक्ष्य IATF के ई-प्लेटफॉर्म, क्रेता-विक्रेता बैठकों और सोर्सिंग नेटवर्की का लाभ उठाना है, ताकि राज्य के MSME और कारीगर समूहों को अंतर्राष्ट्रीय थोक विक्रेताओं, ब्रांडों और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्मों से जोड़ा जा सके।राज्य पूर्वी भारत का कपड़ा केंद्र बनने की परिकल्पना करता है- जिसमें रेशम में अग्रणी, परिधान में विकासशील और निर्यात में विस्तार हो। दुबई में बनी साझेदारियाँ इस यात्रा को गति देने की उम्मीद है। माननीय मंत्री जी ने वैश्विक ब्रांडों, डिजाइनरों, निर्माताओं और निवेशकों का झारखंड में अवसरों का पता लगाने और टिकाऊ, लाभदायक तथा दीर्घकालिक सहयोग बनाने के लिए स्वागत किया।
