कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरजी कर कांड को लेकर आंदोलनरत डॉक्टरों से अपील की है कि वे काम पर लौट आएं और अपनी मांगों को लेकर बातचीत के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि जो भी आंदोलन हुआ है, वह बिना अनुमति के हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने भी डॉक्टरों से काम पर लौटने का अनुरोध किया है। मैं भी डॉक्टरों से अपील करूंगी कि कृपया काम पर लौटें। अगर आपको कुछ कहना है, तो आप पांच-10 लोगों का प्रतिनिधिमंडल लेकर आएं, हम बात कर सकते हैं।
इस्तीफा देने आए थे पुलिस कमिश्नर
मुख्यमंत्री ने बताया कि कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल कई बार उनके पास इस्तीफा देने आए थे, आखिरी बार सात दिन पहले आए थे। उन्होंने कहा कि आप लोग ही बताएं, जो व्यक्ति जिम्मेदारी में रहेगा, उसे तो कानून-व्यवस्था का ज्ञान होना चाहिए। कुछ दिन धैर्य रखने से क्या बड़ी बात हो जाती है ? ममता ने माटीगाड़ा में हुए बलात्कार के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि पुलिस ने एक साल के भीतर दोषी को फांसी की सजा सुनिश्चित की है। उन्होंने कहा कि भाग्य से पुलिस ने इन दिनों स्थिति को संभाला है। पुलिस ने खुद मार खाई, अपना खून दिया, लेकिन किसी का खून नहीं लिया लेकिन याद रखें, पुलिसवालों के भी परिवार होते हैं।
बलात्कार पीड़िता के परिवार के साथ मुलाकात पर सफाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि बलात्कार पीड़िता के परिवार से मिलने पर उन्होंने पैसे की कोई बात नहीं की थी। उन्होंने कहा, “मुझसे कहा जा रहा है कि मैंने पैसे की बात की। मैंने ऐसा बिल्कुल नहीं कहा। ये झूठ है, साजिश है। मैं परिवार से यही कह रही थी कि मृत्यु का कोई विकल्प पैसा नहीं हो सकता। हम सब दुखी हैं। अगर कभी आप अपनी बेटी की स्मृति में कुछ अच्छा करना चाहें, तो हमें बताएं। सरकार आपके साथ है।”
आंदोलनकारी डॉक्टरों की मांगें मानी गईं
मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य भवन में जाकर आंदोलनकारी डॉक्टरों की चार मांगों में से सभी को मान लिया गया है। उन्होंने कहा कि हमारे पास सीधे तौर पर शिकायत नहीं आई थी, फिर भी हमने दो लोगों को निलंबित कर दिया। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि पोस्टमार्टम के समय वीडियोग्राफी की गई थी और न्यायिक मजिस्ट्रेट को भी बुलाया गया था।
बर्ड फ्लू पर जताई चिंता
ममता बनर्जी ने ओडिशा में बर्ड फ्लू की स्थिति पर चिंता जताई और कहा कि उन्होंने पहले ही विभिन्न स्थानों पर सीमा को सील करने का निर्देश दिया है। विशेष रूप से मेदिनीपुर, बांकुड़ा, झाड़ग्राम, और पुरुलिया की सीमा पर नजर रखने पर जोर दिया गया है। उन्होंने स्थिति को संभालने के लिए रेलवे के साथ जल्द बैठक करने का निर्देश भी दिया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को नवान्न सभागार में प्रशासनिक बैठक के दौरान सभी विभागों के मंत्रियों और सचिवों के साथ बैठक की। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों से लेकर विभिन्न क्षेत्रों में सरकारी बुनियादी ढांचे और सेवाओं को बेहतर तरीके से पहुंचाने का संदेश दिया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को जल्द से जल्द सड़क मरम्मत का निर्देश दिया और पुलिस अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि ग्रामीण सड़कों से कोई बड़ा ट्रक न जाए।