पटना। बिहार की राजधानी पटना में मंगलवार को युवा कांग्रेस ने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। सदाकत आश्रम से निकले कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रहे थे। इसी दौरान राजापुल के पास पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया। तेज बारिश के बीच कांग्रेस कार्यकर्ता “वोट चोर गद्दी छोड़” और “अडाणी के खिलाफ” नारे लगाते रहे। जैसे ही पुलिस ने उन्हें रोका, कार्यकर्ता बैरिकेडिंग पर चढ़ने लगे। पुलिस ने समझाने की कोशिश की, लेकिन वे पीछे हटने को तैयार नहीं हुए। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने सख्ती दिखाई और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कॉलर पकड़कर सड़क पर घसीटते हुए हटाया। इस दौरान युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु को पुलिस ने टांगकर गाड़ी तक पहुंचाया। पुलिस जब कार्यकर्ताओं को गाड़ियों में बैठाने लगी तो बाकी साथी उसी गाड़ी पर चढ़ गए। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने गाड़ी पर चढ़े नेताओं को हटाया और बाकी को डिटेन कर ले गई। पृष्ठभूमि में आरोप-प्रत्यारोप इससे पहले 15 सितंबर को कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि बिहार में “वोट चोरी” का इंतजाम किया जा रहा है और यदि इससे काम न चले तो “जाते-जाते सब कुछ अडाणी को सौंप दिया जा रहा है।” कांग्रेस का आरोप है कि SIR प्रक्रिया के जरिए गरीबों और दलितों के वोट काटे जा रहे हैं। पार्टी का कहना है कि यह सब बीजेपी को फायदा पहुंचाने और चुनावी जीत सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है