रांची। जयराम महतो ने सभी कार्यकर्ताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि विभाजनकारी और असत्य बयानबाज़ी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संगठन से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति को नीतियों और अनुशासन का पालन करना होगा। पार्टी पदाधिकारियों के अनुसार, हाल ही में निशा भगत द्वारा मीडिया और सोशल मीडिया पर दिए गए बयान तथ्यहीन और भ्रामक पाए गए। विशेषकर कुड़मी समुदाय से जुड़ी टिप्पणियां संगठन की विचारधारा और नीतियों के विपरीत मानी गईं। पार्टी का कहना है कि इस तरह की बयानबाज़ी से संगठन की छवि और सामाजिक समरसता को नुकसान पहूंचा है। आदेश में भी स्पष्ट किया गया है कि यह कार्रवाई पार्टी की अनुशासन समिति की रिपोर्ट पर आधारित है। समिति ने अपनी जांच में निष्कर्ष निकाला कि निशा भगत का रवैया पार्टी की एकजुटता और मूल उद्देश्यों को आहत करने वाला है। निशा भगत झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के टिकट पर साल 2024 में विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी है। झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए गुमला की पूर्व प्रत्याशी और पार्टी नेत्री निशा भगत को संगठन से निष्कासित कर दिया है।उन्हें पार्टी विरोधी बयानबाजी करने के आरोप में बाहर का रास्ता दिखाया गया है। मोर्चा के अध्यक्ष जयराम महतो की ओर से शनिवार को जारी आदेश में कहा गया कि उन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है और आने वाले छह वर्षों तक वे किसी भी पद या पार्टी गतिविधि का हिस्सा नहीं बन सकेंगी।