किशनगंज : बिहार में वोटों की गिनती जारी है। फिलहाल एनडीए बिहार में 33 सीटों पर लीड कर रही है लेकिन सियासी गलियारे में इस बात पर चर्चा होने लगी है कि बिहार में अब भी नीतीश कुमार का जलवा बरकरार है, क्योंकि ताजा रुझान जो सामने आ रहे है वो हैरान करने वाला है।
लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार की विश्वसनीयता पर लगातार सवाल खड़े हो रहे थे। उनके एनडीए में शामिल होने पर कई तरह की बातें की जाने लगी थी लेकिन अब रूझान सामने आने के बाद ये कहा जाने लगा है कि उनका जलवा अब भी बरकरार है। दरअसल, पहली बार ऐसा हुआ है कि जब बिहार में बीजेपी नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ी। बीजेपी ने 40 में से 17 सीटों पर उम्मीदवार उतारे जबकि जेडीयू के हिस्से में 16 सीटें आई थीं। 5 सीटों पर चिराग पासवान और एक सीट से हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने उम्मीदवार उतारे थे। वहीं, उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा भी एक सीट पर लड़ी।
खबर लिखे जाने तक बीजेपी से कम सीटों पर चुनाव लड़कर भी जेडीयू गठबंधन में सबसे अधिक सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। अगर ये रुझान नतीजों में बदलते हैं तो यह नीतीश कुमार के लिए संजीवनी की तरह होगा। आप यहां गौर करे कि एग्जिट पोल अनुमानों में नीतीश कुमार की पार्टी को नुकसान के अनुमान जताए गए थे लेकिन हुआ इसके ठीक उलट।
गौरतलब है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू भी बीजेपी के बराबर यानी 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। इनमें बीजेपी कोटे के सभी प्रत्याशियों की जीत हुई थी जेडीयू ने 16 सीटों पर फतह हासिल की थी। चिराग पासवान की पार्टी भी सभी 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं, किशनगंज सीट से कांग्रेस की एकमात्र जीत हुई थी।