स्टालिन सरकार को विपक्ष ने घेरा

नई दिल्ली। तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले के करुणापुरम में जहरीली शराब पीने से गुरुवार रात आठ और लोगों की जान चली जाने के बाद जहरीली शराब त्रासदी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 47 हो गई है। पीड़ितों में चार महिलाएं और एक ट्रांसपर्सन शामिल हैं। ज्यादातर पीड़ित करुणापुरम के हैं। घटना के 100 से ज्यादा पीड़ितों का कल्लाकुरिची सरकारी मेडिकल कॉलेज के अलावा दूसरे अस्पतालों में इलाज जारी है। सभी को सांस लेने में दिक्क्त, अंधता और शरीर में तेज दर्द की शिकायतें हैं। जहरीली शराब कांड पीड़ितों की मौत की लगातार बढ़ती संख्या के बाद सभी का सामूहिक अंतिम संस्कार किया गया।

घटना के बाद से राज्य की स्टालिन सरकार की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं। विपक्षी दल घटना की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। राज्य के भाजपा नेता अन्नामलाई ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर घटना की सीबीआई जांच की मांग की है। राज्य सरकार ने घटना की सीआईटी जांच का आदेश दे चुकी है। अन्नामलाई ने राज्य की डीएमके सरकार पर शराब विक्रेताओं से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए अपने पत्र में कहा है कि पार्टी के लोगों के इशारे पर अवैध शराब बनाई और बेची जा रही है। उन्होंने शराब कांड पीड़ितों और उनके परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने 22 जून को स्टालिन सरकार के खिलाफ राज्यव्यापी प्रदर्शन की घोषणा की है।

तमिलनाडु की पूर्व सीएम जयललिता की सहयोगी शशिकला ने कहा कि राज्य सरकार को मौतों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। हर साल मौतें बढ़ रही हैं। जबकि एआईएडीएमके महासचिव पलानीस्वामी ने कहा कि करीब 200 लोग प्रभावित हैं, 133 का इलाज चल रहा है। उधर, पीएमके अध्यक्ष अंबुमणि रामदास के आज कल्लाकुरिची मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती लोगों से मिलने की उम्मीद है।

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