रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कार्य समिति की बैठक मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में दो प्रमुख मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई—पहला, 14 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ रैली की तैयारी, और दूसरा, SIR के तहत हो रहे मतदाता पुनरीक्षण का विरोध।
बैठक में जिलावार समीक्षा की गई ताकि दिल्ली रैली में झारखंड से अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। प्रदेश कांग्रेस ने लक्ष्य तय किया है कि झारखंड से 5,000 लोग इस रैली में शामिल होंगे।
बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र की जिम्मेदारी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने की है, लेकिन इसके बजाय सरकार उनके अधिकारों को सीमित कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग के माध्यम से SIR प्रक्रिया का उपयोग विपक्ष समर्थक मतदाताओं के नाम काटने और फर्जी वोट जोड़ने के लिए किया जा रहा है, जिससे चुनावों में धांधली का रास्ता साफ किया जा सके।
उन्होंने कहा,
“देश में भय और आशंका का माहौल है। जनता को लोकतंत्र खत्म होने का डर सता रहा है। SIR की जटिल प्रक्रिया से आम लोग त्रस्त हैं, पुराने दस्तावेज ढूंढने में परेशान हो रहे हैं, और काम के अत्यधिक दबाव में कई बीएलओ आत्महत्या कर रहे हैं। यह जनता पर राजशाही जुल्म जैसा है, कांग्रेस इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।”
बैठक में जूम के माध्यम से सभी जिला अध्यक्ष शामिल हुए। इसके अलावा कई वरिष्ठ नेता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें मंत्री दीपिका पांडे सिंह, बंधु तिर्की, शहजादा अनवर, जलेश्वर महतो, डॉ. रमेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, अनादि ब्रह्म, ब्रजेंद्र सिंह, सुल्तान अहमद, भीम कुमार, राकेश सिन्हा, अमूल्य नीरज खलको, आलोक कुमार दूबे, प्रेम प्रकाशनाथ शाहदेव, राजेश गुप्ता, रोशन लाल भाटिया, चंद्रशेखर शुक्ला, विजय चौबे, विजय सिंह, अनुकुलचंद्र मिश्रा, मदन महतो, विनय सिन्हा, दीपू तनवीर आलम, सुरेंद्र सिंह, संजय श्रीवास्तव समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे।
