खूंटी। पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि खूंटी बाईपास रोड को लेकर कांग्रेस राजनीति कर रही है। जन समस्याओं को लेकर राजनीति करने या जनता को बरगलाने की बजाय जन प्रतिनिधियों को यह चिंता करनी चाहिए कि जनहित के काम को कैसे आगे बढ़ाया जाए। मुंडा ने कहा कि हास्यास्पद बात यह है कि खूंटी बाई पास रोड का शिलान्यास इसी वर्ष 10 मार्च को खूंटी में हुआ। केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 2500 करोड़ की लागत से दो सड़कों का शिलान्यास किया था, जिसमें स्थानीय जन प्रतिनिधिगण भी शामिल थे। खूंटी के कचहरी मैदान में आयोजित शिलान्यास समारोह में मीडिया और खूंटी के हर व्यक्ति की जुबान पर इस बहुप्रतीक्षित रोड का स्मरण में रहा लेकिन कांग्रेस वालों को शायद यह पता नहीं था। इसलिए अब संसद सत्र में यह मामला उठा रहे हैं और खूंटी में बाईपास रोड बनाने की मांग कर रहे हैं।
अर्जुन मुंडा ने कहा कि रांची से खूंटी तक चार लेन एनएच का निर्माण, जिसमें खूंटी बाईपास भी शामिल है, के लिए 15 मार्च को 1907.31 करोड़ रुपये की लागत की स्वीकृति दी गई थी। यह सड़क तुपुदाना से कुंदी बरटोली तक 31.31 किलोमीटर लंबी फोर लेन है। इसके लिए निविदा 13 मार्च को आमंत्रित की गई थी। परियोजना के रिक्वेस्ट फॉर प्रोपोजल को अंतिम रूप दिया जा रहा है और इसे शीघ्र ही अपलोड किया जाएगा। इस परियोजना में 156.6 हेक्टेयर निजी भूमि और 15 हेक्टेयर वन भूमि का अधिग्रहण शामिल है। ड्राफ्ट 3ए की तैयारी के अंतिम चरण में है। भूमि अधिग्रहण और वन अधिग्रहण की प्रगति को ध्यान में रखते हुए डाक की नियत तिथि तय की जाएगी ताकि 90 फीसदी लंबाई में साइट को निर्धारित तिथि पर संवेदक को सौंपा जा सके।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि झारखंड में कांग्रेस और झामुमो गठबंधन की सरकार है। राज्य सरकार भूमि अधिग्रहण करने में शिथिलता बरत रही है। इसलिए कांग्रेस जनप्रतिनिधि को चाहिए कि इस महत्वाकांक्षी सड़क योजना के लिए राज्य सरकार से भूमि अधिग्रहण का काम शुरू कराएं। केंद्र सरकार इस योजना के लिए पूरी राशि दे रही है।