वार्ता के बाद रांची नगर निगम के सफाईकर्मियों की हड़ताल खत्म

रांची। रांची नगर निगम के सफाईकर्मियों की हड़ताल दूसरे दिन मंगलवार को वार्ता के साथ खत्म हो गई। उप प्रशासक रविंद्र कुमार के साथ नगर निगम सफाई मजदूर संघ के अध्यक्ष दयानंद यादव के साथ वार्ता हुई। वार्ता में महासचिव लोकेश कुमार सिंह, धीरज कुमार, माया शंकर, देव नंदन प्रकाश साबिर अमर सहित अन्य लोग मौजूद थे। वार्ता के बाद नगर निगम सफाई मजदूर संघ के अध्यक्ष दयानंद यादव ने हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की।

वार्ता में इन 12 बिंदुओं पर सहमति बनी

-पूर्व में एमपीएस के मानदेय एवं भत्ता को किस प्रकार दी गई थी, इसका आकलन करते हुए एमपीएस के मानदेय एवं भत्ता में वृद्धि के लिए संचिका बढ़ाने का निर्णय लिया गया।

-जिन 13 एमपीएस की संविदा के आधार पर रांची नगर निगम की ओर नियुक्ति की गई है, उनके विज्ञापन के शर्तों के अनुरूप हितलाभ देने का निर्णय लिया गया।

-रांची नगर निगम में सफाई के लिए पूर्व में कार्यरत एजेन्सी के कर्मियों का मानदेय एवं इपीएफ से संबंधित जो भी बकाया है, उसके भुगतान के लिए संबंधित एजेन्सी को नोटिस देने का निर्णय लिया गया।

-सफाईकर्मियों, चालकों, एमपीएस इत्यादि को सरकार द्वारा जो भी हितलाभ, जीवित या मृत्यु की स्थिति में दिये जाते हैं, उनको उपलब्ध कराने के लिए प्रक्रिया में सहयोग के लिए सहायक प्रशासक की।

-अध्यक्षता में हेल्प डेस्क गठन करने का निर्णय लिया गया। मजदूर संघ के पदाधिकारियों एवं अन्य कर्मियों के कार्य निबटाने के लिए निगम भवन के तृतीय तल्ला छह में क्यूबिकल उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया।

-दैनिक पारिश्रमिक पर कार्यरत ड्राइवर के अवकाश का लाभ झारखंड सरकार से दैनिक वेतन भोगी को मिलने वाले अवकाश लाभ के अनुरूप देने पर निर्णय लिया गया।

-एमटीएस इंचार्ज, ड्राइवर और सुपरवाईजरों को कोरोना काल में दिए जाने वाले तीन माह का प्रोत्साहन राशि दिये जाने के लिए विचार करने का निर्णय लिया गया।

-सुपरवाईजर एवं अन्य कर्मियों को कार्यावधि के अतिरिक्त ओवर टाइम करने पर अतिरिक्त राशि भुगतान करने के लिए प्रक्रिया निर्धारित करने का निर्णय लिया गया।

-निगम में सफाईकर्मी खतरनाक प्रकृति के कार्यों में संलग्न होते हैं। इस कारण दुर्घटना की संभावना ज्यादा होती है। इसलिए किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए निगम द्वारा एम्बुलेंस क्रय पर सहमति व्यक्त की गई।

-निगम कर्मी की मृत्यु की स्थिति में दी जाने वाली क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान करने के लिए संचिका प्राथमिकता के आधार पर उपस्थापित करने का निर्देश दिया गया।

-स्वच्छता शाखा में कार्यरत कम्प्युटर ऑपरेटर धनंजय कुमार का मानदेय कम्प्युटर ऑपरेटर के समतुल्य करने का निर्णय लिया गया।

-सामान्य कार्य का सामान्य वेतन देने और 10 वर्षीय कमी को परमानेंट करने का नगर विकास से बातचीत कर मांगे पूरी करवाने का आश्वासन दिया गया।

निगम के अधिकारियों से आश्वासन मिलने के बाद सफाई कर्मचारी मंगलवार से काम पर लौट गए। कुछ देर में गाड़ियां वार्डों में कूड़े का उठाव करने के लिए निकल गई।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी हड़ताल के कारण लोगों के घरों से कूड़े का उठाव नहीं हुआ। नगर निगम के 2300 से अधिक सफाईकर्मी, वाहन चालक, सुपरवाइजर, जोनल सुपरवाइजर एवं अन्य कर्मचारियों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी। इसके बाद पूरे शहर की सफाई व्यवस्था ठप हो गई थी। शहर के करीब 2.25 लाख घरों से कूड़े का उठाव नहीं हुआ। मोहल्लों में कूड़ा उठाने वाले वाहन नहीं गए। इससे लोगों ने सड़क और नालियों में ही कूड़े का ढेर लगा दिया। शहर के 53 वार्ड की सड़कों पर 600 मीट्रिक टन से अधिक कचरा फैला था। किसी भी क्षेत्र में न नालियों और न ही सड़कों की सफाई हुई जबकि पूरे शहर में स्वीपिंग भी नहीं हुई थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *