प्रयागराज। भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, इलाहाबाद (ट्रिपल आईटी) को एक और प्रतिष्ठित अमेरिकी एनएसएफ-डीएसटी संयुक्त परियोजना देने की घोषणा की है। आईआईआईटी-ए के सेंटर ऑफ इंटेलिजेंट रोबोटिक्स के प्रमुख प्रोफेसर जी सी नंदी ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि इस बहु-संस्थागत परियोजना को प्राप्त करने के लिए युवा टीम के सदस्य आईआईटी जम्मू के डॉ. नलिन कुमार शर्मा, आईआईआईटी-एम ग्वालियर के डॉ. राहुल काला, सीआईआर-आईआईआईटी-ए से डॉ. सूर्य प्रकाश और प्रो नंदी स्वयं शामिल हैं। जबकि हमारे अमेरिकी सहयोगी विस्कॉन्सिन-मैडिसन विश्वविद्यालय से हैं।
उन्होंने बताया कि परियोजना के वित्तपोषण की मात्रा प्रभावशाली है। पहले ही यूएस-एनएसएफ की ओर से आधा मिलियन अमेरिकी डॉलर स्वीकृत किए जा चुके हैं और डीएसटी की ओर से 2 करोड़ प्रस्तावित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी जीवंत युवा टीम अगले तीन वर्षों तक परियोजना विषय “मेटा-लर्निंग के साथ चौराहों पर स्वचालित वाहनों के लिए ’कॉमन्स की त्रासदी’ को ’उभरते सहकारी व्यवहार’ में बदलने पर काम करेगी। उन्होंने इसे सम्भव बनाने के लिए टीम के प्रत्येक सदस्य को बधाई दी। यह आईआईआईटी-इलाहाबाद के इंटेलिजेंट रोबोटिक्स केंद्र की लगातार पांचवीं परियोजना है।
ट्रिपल आईटी के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. पंकज मिश्र ने बताया कि संस्थान के निदेशक प्रो.मुकुल शरद सुतावने ने इंटेलिजेंट रोबोटिक्स केंद्र को उक्त शानदार संयुक्त परियोजना प्राप्त करने पर हार्दिक बधाई दी है। यह निश्चित रूप से यूएस-एनएसएफ और डीएसटी जैसे प्रतिष्ठित संगठनों से पर्याप्त वित्त पोषण और आईआईटी जम्मू एवं ट्रिपल आईटी ग्वालियर की भागीदारी के साथ एक सहयोग पहल का सफल उदाहरण है।