महिलाओं ने बनाया हर्बल गुलाल, मांग बढ़ी

लोहरदगा। जेसलपीएस की टीम हर्बल रंग से होली खेलने के फायदे बता रहे हैं। हर्बल गुलाल की बिक्री चौक चौराहे पर स्टॉल लगाकर की जा रही है। महिलाओं ने खुद पर्यावरण अनुकूल हर्बल गुलाल तैयार किया है। महिलाएं ही इसकी पैकेजिंग और मार्केटिंग भी कर रहीं हैं। पलाश ब्रांड के तहत ग्रामीण महिलाएं हर्बल गुलाल बना रहीं हैं। प्लास,बिट,पालक,अरारोट मिक्स कर कलर तैयार किए गए हैं, जिसे बाजार में 100 ग्राम की पैकेट को 25 रुपये में बिक्री की जा रही है। होली का त्योहार रंगभरी एकादशी से शुरू हो गया है। सनातनी एक-दूसरे को गुलाल-अबीर लगाते हुए नजर आ रहे हैं। स्कूल के छात्र भी रंगोत्सव के मूड में नजर आ रहे हैं। केमिकल युक्त रंगों से बचने के लिए जेसलपीएस से जुड़ी महिलाएं हर्बल गुलाल तैयार की हैं।

जेसलपीएस के महिलाओं का कहना है कि हर्बल गुलाल पूरी तरह सुरक्षित है, जो त्वचा को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता। इस हर्बल गुलाल में किसी भी प्रकार के रसायन का इस्तेमाल नहीं हुआ है। इसे बनाने के लिए समूह की दीदियां फूल,फल और पत्तियों का इस्तेमाल कर रहीं हैं। बताया कि लोहरदगा जिला में हर्बल गुलाल की डिमांड बढ़ गई है।

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